-जलालपुर के कोठयां में 70 एकड़ में बने कैंप भवनों का गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया उदघाटन

-गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शराबबंदी की सराहना की

ष्ट॥न्क्कक्त्रन्/क्कन्ञ्जहृन्: जाति, पंथ और मजहब के नाम पर समाज को बांटने का प्रयास हो रहा है। ऐसी ताकतों को नौजवान अलर्ट रहते हुए मिलजुलकर जवाब दें। हमारा देश वसुदैव कुटुंबकम का संदेश देने वाला है। भारत की धरती ने पूरे विश्व को यह संदेश दिया है। यह बातें भारत सरकार के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कही। वे रविवार को सारण जिले के जलालपुर कोठयां गांव में आयोजित छठी वाहिनी भारत तिब्बत सीमा फोर्स (आईटीबीपी) कैंप के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। इससे पहले उन्होंने सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी के साथ कैंप का उद्घाटन किया और आईटीबीपी के जवानों को सम्मानित किया।

कम हुआ क्राइम का ग्राफ

उन्होंने कहा कि गरीबों के नेताच्अपने बाल-बच्चों को विदेश में पढ़ाने और उसे धनवान बनाने में लगे हैं। इससे गरीबों को अलर्ट रहने की जरूरत है। गृहमंत्री ने कहा कि भारत सरकार और बिहार सरकार कहती है कि गरीबी खत्म हो और लोग खुशहाल हो। इसके लिए कई कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बिहार सरकार की सराहना करते हुए कहा कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने बिहार में शराबबंदी कर बहुत बड़ा कार्य किया है। इससे बिहार का क्राइम रेट कम हुआ है।

आईटीबीपी के जवान हैं जांबाज

उन्होंने कहा कि सीएम के प्रयास से कैंप के लिए जमीन उपलब्ध हो पाई है, जिससे आज यह कैंप स्थापित हो सका। इसके लिए गृहमंत्री ने राज्य सरकार, जिला प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने आईटीबीपी के बारे में कहा कि यह काफी अनुशासित फोर्स है। देश के बर्फिले स्थान पर जहां माइनस 35 डिग्री तापमान में कोई सीमा की सुरक्षा करता है तो वह है भारत तिब्बत सीमा फोर्स के जवान। आईटीबीपी के बार्डर आउट पोस्ट पर जाकर मैंने देखा है कि ये जवान किस तरह वहां रहकर सीमा की सुरक्षा करते हैं। जहां पानी जम जाता है। लद्दाख स्थित इनके चौकीयों पर जाकर मैंने देखा है। देश की सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन्हीं के पास है।

होगी नौजवानों की भर्ती

गृहमंत्री ने कहा कि यहां कैंप खुलने से सभी को फायदा होगा। किसी भी संकट की स्थिति में जवान आपके साथ रहेंगे। यहां नौजवानों की भर्ती भी होगी इसके लिए आईटीबीपी के डीजी से बात भी की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में जो नक्सलवाद की घटनाएं बिहार में होती थी आज आधे से भी कम हो गई है। इन्हीं की देन है। इनके यहां रहने से इस क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा मिलेगी.सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आईटीबीपी के जवानों में कितना शौर्य है आज कुछ झांकी देखने से मिली कि इन्हें किस प्रकार ट्रे¨नग दी जाती है। आइटीबीपी में बिहार के जवानों का प्रतिशत साढ़े सात प्रतिशत है इसकी संख्या और बढ़नी चाहिए, जिससे नौजवान उसमें अधिक हो। भर्ती से पहले जवानों को ट्रे¨नग दी जाए।