आईएमए सीजीपी शाखा की 11वीं वार्षिक वैज्ञानिक गोष्ठी का आयोजन

ALLAHABAD: डॉक्टर्स को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सचेत रहना चाहिए। क्योंकि मेडिकल प्रोफेशनल एक सेवा का प्रोफेशन है। यह बात डॉ। एसके मिश्रा ने कही। वह रविवार को आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन)) की कॉलेज ऑफ जनरल ्रप्रैक्टिशनर शाखा 11वीं वैज्ञानिक गोष्ठी में बोल रहे थे। डॉ। केएस नियोगी ओरेशन में बोलते हुए डॉ। मिश्रा ने कहा कि डॉक्टरों को मरीज और तीमारदारों के साथ सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करना चाहिए। सेमिनार में एक्सप‌र्ट्स ने इलाज के नए तरीकों पर मंथन किया।

ऑक्सीजन की उपयोगिता पर हुई चर्चा

सेमिनार में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त डॉ। डीपी मिश्रा ने सांस के मरीजों के लिए नॉन इनवेजिव वेंटीलेशन की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की सही तरीके से उपयोगिता होनी चाहिए। हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ। अनिल सक्सेना और डॉ। डीके अग्रवाल ने जनरल फिजीशियंस को ईसीजी पहचानने और अनेक हार्ट डिजीज में इसके मुख्य पहलुओं पर ध्यान देने को प्रेरित किया। डॉ। राजेश जैन ने डायबिटीज के आधुनिक इलाज, डॉ। पीके जोयल ने अधेड़ावस्था में माता-पिता के तनाव और निवारण पर बात की।

मौजूद रहे 400 डॉक्टर्स

सेमिनार में चार सौ डॉक्टर्स उपस्थित रहे। उन्होंने इलाज की नई पद्धतियों और दवाओं के ट्रेंड पर चर्चा की। उद्घाटन आईएमए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और मुख्य अतिथि डॉ। अशोक अग्रवाल ने किया। एएमए अध्यक्ष डॉ। अनिल शुक्ला ने स्वागत भाषण दिया तो सचिव डॉ। त्रिभुवन सिंह ने एएमए की वार्षिक रिपोर्ट का विवरण दिया। संचालन सांस्कृतिक सचिव डॉ। राधारानी घोष व वैज्ञानिक सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता, डॉ। अमृता मदनानी व डॉ। अंकिता अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम संयोजक डॉॅ। एमके मदनानी ने आभार व्यक्त किया।