मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में 13वें कन्वोकेशन का हुआ आयोजन

ALLAHABAD: जीवन की हर परिस्थिति में जीत को ही अपना लक्ष्य रखें, लेकिन वह जीत ऐसी हो जिससे देश और समाज का फायदा हो। साथियों के साथ मिलकर सबकी शक्तियों को एकजुट करना सीखिए। तरक्की की राह पर आगे बढि़ए और कुछ नया करने की काबिलियत पैदा कीजिए। यह बातें मोतीलाल नेहरु राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद में रविवार को आयोजित 13वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोर्ड ऑफ गवर्नेस आईआईटी रुड़की व इंटेलेक्चुअल वैंचर इंडिया बंगलुरु के प्रेसिडेंट प्रो। अशोक मिश्रा ने टेक्नोक्रेट्स से कही।

गलती करने से न डरें

प्रो। मिश्रा ने कहा कि आप लोग नए विचारों को निडरता से स्वीकार करें और गलती करने से कभी न डरें। क्योंकि गलती वे नहीं करते हैं जिन्होंने कभी कुछ नया नहीं किया हो। जो गलती करते हैं सफलता उन्हें ही मिलती है। प्रो। मिश्रा ने मेक इन इंडिया के तहत टेक्नोक्रेट्स का आहवान किया कि भारत को विश्व में डिजाइन और उत्पादन का केन्द्र बनाए। ऐसे प्रोजेक्ट्स पर काम करें जिससे वह उत्पाद बन सके, जिसकी समाज में जरूरत हो।

लगातार काम करते रहें

अध्यक्षता करते हुए संस्थान के बोर्ड ऑफ गवर्नेस के प्रेसिडेंट विजय कुमार थडानी ने कहा कि आप लोगों ने कछुआ और खरगोश की कहानी सुनी होगी। हमें इस कहानी के माध्यम से बताया गया है कि कछुए की तरह अपने लक्ष्य के प्रति लगातार काम करते रहने से सफलता मिलती है लेकिन अब यह सच नहीं है। आज अपनी मंजिल पाने के लिए उस समझदार खरगोश की तरह होना पड़ेगा, जिसने आलस और अति आत्मविश्वास को त्यागकर कछुए के गुण को अपना लिया हो। संस्थान के डायरेक्टर प्रो। राजीव त्रिपाठी ने टेक्नोक्रेट्स को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी और संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर मुख्य सतर्कता अधिकारी प्रो। हरनाथ कर, रजिस्ट्रार डॉ। आशीष कुमार सिंह, प्रो। एसके दुग्गल, डॉ। आरपी तिवारी, प्रो। वीके श्रीवास्तव, प्रो। सुनीता अग्रवाल, प्रो। विनोद यादव सहित सभी ब्रांच के शिक्षक मौजूद रहे।