वेदव्यासपुरी में चल रहा था अवैध कैसीनो, 15 जुआरी दबोचे

कैसीनो संचालक पूर्व में भी कई बार कैसीनो चलाने के आरोप में जा चुका है जेल

Meerut। बुधवार शाम एसपी सिटी रणविजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने टीपी नगर थानाक्षेत्र स्थित वेदव्यासपुरी में चलता ऑनलाइन कैसीनो पकड़ा। मुख्य आरोपी प्रियांक सिंघल पूर्व में भी ब्रह्मापुरी थानाक्षेत्र स्थित शारदा रोड पर एक मार्केट में कैसीनो चलाते हुए दबोचा गया था। सुनसान एरिया में चल रहे इस ऑनलाइन जुआघर से पुलिस ने 15 जुआरियों को दबाेच लिया।

ऑनलाइन शॉपिंग का बोर्ड

टीपी नगर थानाक्षेत्र स्थित वेदव्यासपुरी क्षेत्र का मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा विकास किया जा रहा है। रिहायशी कॉलोनी में अभी मकानों की संख्या कम है तो वहीं ज्यादातर इलाका सुनसान है। बुधवार को मुखबिर की सूचना पर एसपी सिटी ने सीओ ब्रह्मापुरी अखिलेश भदौरिया, इंस्पेक्टर थाना टीपी नगर परशुराम त्रिपाठी के साथ वेदव्यासपुरी स्थित पीपी प्लाजा पर छापा मारा। बंद पड़े इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में सिर्फ एक दुकान ही खुली थी, जिसमें ऑनलाइन कैसीनो का संचालन हो रहा था। पुलिस ने छापा मारा तो यहां मौके पर कैसीनो संचालक समेत 15 जुआरी मिले। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले ि1लया है।

कंप्यूटर, मोबाइल बरामद

एसपी सिटी ने बताया कि सुनसान क्षेत्र में ऑनलाइन कैसीनो का संचालन सरगना प्रियांक सिंघल पुत्र शिवकुमार सिंघल निवासी इंद्रा नगर थाना ब्रह्मापुरी द्वारा किया जा रहा था। पुलिस को यहां से 12 कंप्यूटर, 20 मोबाइल और जुआरियों की 8 बाइकें बरामद हुई हैं। एसपी सिटी ने बताया कि पूर्व में आरोपी, उसका भाई और पिता कैसीनो संचालन के आरोप में जेल जा चुके हैं। ब्रह्मापुरी थानाक्षेत्र में आरोपियों के कई अड्डे बने थे, जो पुलिस की सख्ती के बाद वेदव्यासपुरी क्षेत्र में शिफ्ट हो गए।

पूरा पिरवार शामिल

ब्रह्मपुरी क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऑनलाइन कैसीनो का संचालन पिछली कई सालों से हो रहा है। नवंबर 2015 में मुख्य आरोपी का छोटा भाई अक्षय सिंघल 45 युवकों के साथ ब्रह्मापुरी थानाक्षेत्र स्थित सीओ कार्यालय के पीछे एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में कैसीनो चलाते हुए पकड़ा गया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रियांक का पिता शिवकुमार सिंघल पिछले 20 सालों से ब्रह्मापुरी थानाक्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में कैसीनो का संचालन कर रहा। दोनों बेटे प्रियांक और अक्षय भी पिता के साथ काले कारोबार में शामिल हो गए। इससे पूर्व ब्रह्मापुरी पुलिस ने अप्रैल 2014 में प्रियांक और उसके पिता शिवकुमार को कसीनो चलाते हुए पकड़ा था। उस दौरान छापामारी में कसीनो से 18 लोग पकड़े गए थे। भाई के पकड़े जाने के बाद अक्षय ने कसीनो का काम शुरू कर दिया था। डीएन कॉलेज से बीकॉम करने वाले 22 वर्षीय अक्षय ने दिखावे के लिए एक शेयर कंपनी की फ्रैंचाइजी भी ले रखी है।

पकड़ा गया आरोपी प्रियांक सिंघल लंबे समय से शहर के विभिन्न हिस्सों में पिता शिवकुमार सिंघल और भाई अक्षय सिंघल के साथ ऑनलाइन कैसीनो का संचालन कर रहा है। पिता और बेटे कई बार जेल भी जा चुके हैं। इस बार इन्होंने शहर के आउटर एरिया वेदव्यासपुरी में कैसीनो खोला था। आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है।

रणविजय सिंह, एसपी सिटी, मेरठ