- नेपाल में आ रहा हर भूकंप गोरखपुर को दे रहा झटका

- तीव्रता के मुताबिक महसूस होता है झटका

- एयर दूरी कम होने के साथ जोन-4 और तराई का एरिया होने से पड़ रहा इफेक्ट

GORAKHPUR : भूकंप के झटके हर दिन नेपाल को दहला रहे हैं. पिछले ख्0 दिन में आए करीब क्भ्0 झटकों से नेपाल की नींव दरक सी गई है. मतलब जो मकान ढह गए, वे तो दिख रहे हैं. जो बचे हैं, उनका क्या होगा यह कहना मुश्किल है. भूकंप के झटकों ने नेपाल में तबाही मचाई है, मगर इससे हमारा गोरखपुर भी अछूता नहीं है. एक्सपर्ट की मानें तो नेपाल में आने वाले हर झटके का इफेक्ट गोरखपुर पर पड़ता है क्योंकि नेपाल में भूकंप ओरिजन की एयर दूरी गोरखपुर से 70 से 80 किमी के आसपास है. यह बात अलग है कि भूकंप की तीव्रता के आधार पर उसका आंकलन हम नहीं कर पाते हैं. ऊंची इमारत और पुराने भवन इन झटकों से नहीं बच पाते. एक्सपर्ट की मानें तो इतने सारे झटकों के बाद अगर गोरखपुर का सर्वे कराया जाए तो शायद ही कोई मकान ऐसा बचेगा, जिस पर भूकंप के झटकों का कोई इफेक्ट न पड़ा हो.

ख्भ् अप्रैल, क्ख् मई को हिलता रहा नेपाल

आपदा प्रबंधन के जानकार गौतम गुप्ता ने बताया कि धरती के नीचे प्लेट हिलने से भूकंप के झटके आ रहे हैं. वैसे तो हर माह भूकंप के झटके आते रहते हैं, मगर तीव्रता काफी कम होने से इसका न तो कोई इफेक्ट पड़ता था और न ही महसूस होता था. ख्भ् अप्रैल से भूकंप की तीव्रता काफी बढ़ गई. अधिकांश झटके ब् प्वाइंट मैग्नीट्यूड से अधिक के आए जो मैक्सिमम 7.9 तक पहुंचे. नेपाल में ब् प्वाइंट से अधिक मैग्नीट्यूड पर आने वाले भूकंप का अहसास गोरखपुर में भी होता है. ख्भ् अप्रैल को जहां ख्ब् घंटे में फ्9 भूकंप के झटके आए. हालांकि समय बीतने के साथ जहां तीव्रता कम होती गई, वहीं झटके भी कम आने लगे, मगर क्ख् मई को एक बार फिर भूकंप की तीव्रता अचानक फिर बढ़ गई. साथ ही ख्ब् घंटे में भूकंप की संख्या ख्9 रही.

अभी और आ सकता है भूकंप

इंडियन प्लेटें उत्तर की तरफ खिसक कर एशियन प्लेटों से टकरा रही है. इससे पुराने फॉल्ट यानी भ्रंश सक्रिय हो रहे हैं. इंडिया और आसपास में होने वाली भूगर्भीय हलचल इसी का परिणाम है. हिमालय के अंदर पनप रहा भारी ऊर्जा का भंडार सबसे बड़ा खतरा पैदा कर रहा है. आसपास ज्वालामुखी न होने से इस ऊर्जा का निकलना मुश्किल पड़ रहा है. इस अपार ऊर्जा का निकलने का सिर्फ भूकंप ही चारा बचा है. इससे भूकंप आने की संभावना लगातार बनी हुई है. जब तक अपार ऊर्जा निकल नहीं जाती.

नेपाल में लगातार भूकंप के झटके तबाही मचा रहे हैं. नेपाल में आने वाले हर झटके का इफेक्ट गोरखपुर में भी पड़ रहा है क्योंकि नेपाल में आने वाले झटके के ओरिजन की एयर दूरी गोरखपुर से महज 80 किमी है. ऐसे में यह इफेक्ट पड़ना स्वभाविक है. बस तीव्रता के मुताबिक ये झटके कभी महसूस होते हैं और कभी नहीं. अगर हम पानी को देखे तो नेपाल में आने वाले हर झटके को देख सकते हैं. पिछले ख्0 दिन से लगातार भूकंप के झटके धरती को दहला रहे हैं.

गौतम गुप्ता, प्रोजेक्ट मैनेजर, जिला आपदा प्रबंधन

भूकंप की तीव्रता के मुताबिक झटका महसूस होता है. नेपाल में आने वाले हर भूकंप का इफेक्ट धरती के नीचे पड़ रहा है. गोरखपुर डेंजर जोन-ब् में है. साथ ही तराई का एरिया होने के साथ नेपाल से नदियों के जरिए लिंक है. इससे यहां अधिक खतरा है.

शफीक अहमद, मौसम वैज्ञानिक

कुछ यूं आ रहा भूकंप

डेट - झटके

ख्भ् अप्रैल - फ्9

ख्म् अप्रैल - क्9

ख्7 अप्रैल - 9

ख्8 अप्रैल - ब्

ख्9 अप्रैल - भ्

फ्0 अप्रैल - फ्

क् मई - 0

ख् मई - म्

फ् मई - ख्

ब् मई - क्

भ् मई - क्

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7 मई - भ्

8 मई - भ्

9 मई - क्

क्0 मई - ख्

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