RANCHI: विधानसभा, सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 15.80 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। दुमका के विक्टिम चार युवक मो रियाजुददीन, अफजल हुसैन, मनव्वर आलम व अताबुल शेख ने जब आरोपी आबिद कौशर से अपने पैसे वापस मांगे तो उन्हें जितेंद्र पांडेय नामक युवक के पीएनबी बैंक का 15.80 लाख रुपए का चेक थमाया गया, जो बैंक में जमा करने पर फर्जी पाया गया है। ऐसे में विक्टिम युवकों ने डीआईजी, एसएसपी को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है। बताया गया कि आबिद कौशर ने एक पार्टी सुप्रीमो का नाम लेकर युवकों से पैसे की ठगी की है। यह आबिद झाझा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुका है। मूलरूप से छपरा का रहने वाला बताया गया है। उसने जो कांटैक्ट नंबर्स विक्टिम को दिए थे, वो नॉट रिजेबल बता रहा है।

पुश्तैनी जमीन बेचकर दिए थे पैसे

जिन पीडि़तों ने आबिद कौशर को पैसा दिया था। वे नौकरी की आस में पुश्तैनी जमीन बेचकर और सूद पर पैसे लेकर दिए थे। बताया गया कि चारों से 2012 में सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख रुपए लिए गए। उस समय पाकुड़ के भी कुछ लड़कों द्वारा पैसे दिए गए थे। लेकिन, सचिवालय में नौकरी नहीं लगी तो कहा गया कि टीईटी में सेट कर देते हैं। फिर चार-चार लाख पर बात हुई। उस वक्त सभी ने मिलकर 15 लाख 80 हजार रुपए दिए थे। इनमें कैश सात लाख 80 हजार रुपए थे और बैंक के माध्यम से आठ लाख रुपए दिए गए।

नेताओं से संपर्क की धमकी

इधर, पीडि़तों की आबिद से मुलाकात एक कार्यक्रम में हो गई। उस वक्त आबिद ने कहा कि उसकी सरकार में बहुत जान-पहचान है। पीडि़त ने बताया कि उस वक्त वे लोग बेरोजगार थे और नौकरी की आवश्यकता थी। इस पर आबिद कौशर ने सचिवालय और विधानसभा में नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख ठग लिये। हर दिन आबिद कौशर आश्वासन देता रहा। दबाव डालने पर बड़े-बड़े नेताओं के साथ संपर्क रखने और बर्बाद करने की धमकी देता है।