RANCHI: झारखंड पुलिस का दावा है कि राज्य में अब सिर्फ 550 माओवादी बचे हैं। इनसे लड़ने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल लगे हुए हैं। इनमें सीआरपीएफ की 122 कंपनी, आईआरबी की 5 और झारखंड जगुआर की 40 कंपनी फोर्स शामिल है। इतनी भारी संख्या में सुरक्षा बल के तैनात होने के बावजूद समय-समय पर माओवादी छोटे-बड़े कांड को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं।

250 पर ईनाम की घोषणा

झारखंड पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में बचे सिर्फ 550 माओवादियों में से 250 पर पहले से ही ईनाम की घोषणा की जा चुकी है। और 30 माओवादियों पर ईनाम घोषित करने की प्रक्रिया चल रही है। साल 2019 में अब तक 9 एनकाउंटर हुए हैं, जिनमें पुलिस को सफलता मिली है।

डेवलपमेंट एक्शन प्लान

सारंडा एक्शन प्लान

सरयू एक्शन डेवलपमेंट प्लान

झुमरा एरिया डेवलपमेंट एक्शन प्लान

पारसनाथ एरिया डेवलपमेंट प्लान

चतरा एरिया डेवलपमेंट एक्शन प्लान

बानालात इंटीग्रेटेड एक्शन प्लान

गिरिडीह-कोडरमा बॉर्डरिंग एरिया डेवलपमेंट प्लान

दुमका-गोड्डा बॉर्डरिंग एरिया डेवलपमेंट प्लान

खूंटी-सरायकेला-चाईबासा बॉर्डरिंग एरिया एक्शन प्लान

सिमडेगा खूंटी बॉर्डरिंग एरिया एक्शन प्लान

जमशेदपुर एरिया एक्शन प्लान

पलामू-चतरा एरिया एक्शन प्लान

गढ़वा लातेहार-पलामू बॉर्डरिंग एरिया एक्शन प्लान।

इन जिलों में एक्टिव हैं दस्ता

-गढ़वा, लातेहार व गुमला के सीमावर्ती क्षेत्र में विमल यादव और बुद्धेश्वर यादव का दस्ता

-चाईबासा के सरायकेला, छोटानागपुर और गोयलकेरा में माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य व एक करोड़ के ईनामी किशन दा उर्फ प्रशांत बोस, अनमोल उर्फ समर जी, मेहनत उर्फ मोछू, चमन उर्फ लंबू, सुरेश मुंडा व जीवन कंडुलना का दस्ता

-गिरिडीह-जमुई और कोडरमा-नवादा बॉर्डर पर सैक सदस्य करुणा, पिंटू राणा व सिंधु कोड़ा का दस्ता

-हजारीबाग-चतरा-गया बॉर्डर पर माओवादी रिजनल कमेटी सदस्य इंदल गंझू व आलोक का दस्ता

-बोकारो जिला के बेरमो अनुमंडल के चतरोचट्टी व जगेश्वर बिहार थाना के जंगली क्षेत्र में एक करोड़ के ईनामी माओवादी नेता मिथिलेश सिंह दस्ता

-औरंगाबाद, पलामू, गया, चतरा बॉर्डर पर सैक सदस्य संदीप, संजीत व विवेक दस्ता।

-घाटशिला, पटंबा, पुरुलिया सीमा पर माओवादी पोलित ब्यूरो सदस्य असीम मंडल व मदन दस्ता ।