॥नर््न्क्त्रढ्ढक्चन्द्द॥ : हजारीबाग के चौपारण प्रखंड के चिरैयाटाड़ जंगल में पुलिस ने सोमवार को हुई मुठभेड़ में तीन माओवादियों को ढेर कर दिया। करीब चार घंटे तक चली इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने बड़ी मात्रा में हथियार भी बरामद किए। साथ ही एक लाख से अधिक की नगद राशि भी पुलिस के हाथ लगी। घटना के बाबत देर रात तक सीआरपीएफ, कोबरा तथा जैप के सैकड़ों जवान जंगल को घेर कर सर्च अभियान चला रही थी। पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ में तीन से ज्यादा माओवादी मारे गए हैं। खब लिखे जाने तक सर्च अभियान जारी था।

इन्होंने किया नेतृत्व

अभियान का नेतृत्व एसपी अािलेश कुमार झा, सीआरपीएफ कमाडेंट मुन्ना सिंह तथा कोबरा के कमांडेट कर रहे हैं। घटनास्थल प्रखंड मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर झारखंड बिहार सीमा पर है, जहां सुबह करीब नौ से दस बजे गुप्त सूचना के आधार पर माओवादियों के आगमन की सूचना पर सर्च अभियान में लगी टीम पर माओवादियों ने हमला बोल दिया। माओवादी सरिता गंझू दस्ते की सदस्य बताए जा रहे हैं। दो सप्ताह पूर्व इसी दल ने ईटखोरी थाना से महज दो सौ मीटर दूर बारुदी सुरंग विस्फोट कर एक जवान की जान ले ली थी। मुठभेड़़ में मारे गए तीनों माओवादियों के शव को देर रात चौपारण थाना लाया गया। मृतकों में एक माओवादी का हार्डकोर सदस्य बताया जा रहा है। घटना के बाबत बताया जाता है कि एसपी को गुप्त सुचना मिली की चौपारण के बिहार सीमा पर माओवादियों का दस्ता ठहरा हुआ है। सूचना मिलते ही एसपी के निर्देश पर कोबरा, सीआरपीएफ तथा जैप टीम सुबह तीन बजे से सर्च अाियान चला रही थी।

चौपारण के भीषण जंगल में लगातार चार घंटे तक सैकडों राउंड चली गोलियों की गूंज दूर तक सुनाई देती रही। इससे बुकाढ़, गरमोरवा, पथलगडवा के इलाकेके लोग किसी मुठभेड़ का अनुमान लगा दुबके रहे। वहीं, विद्यालयों में भी बच्चे प्रभावित रहे। दिन भर चौपारण में अनेक चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।

क्या-क्या हुआ बरामद

एक इंसास, एक एसएलआर, एक थ्री नॉट थ्री, पीठू, ारी मात्रा में डेटोनटर तार, तीन मोबाइल, ारी मात्रा में गोली और एक लाख रुपए।