एक करोड़ से कम टर्न ओवर वाले 40 प्रतिशत व्यापारी नहीं भर रहे टैक्स

व्यापारियों की समस्या दूर कर उन्हें जीएसटी से नहीं जोड़ पा रहे अधिकारी

PRAYAGRAJ: जीएसटी लागू हुए एक वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन व्यापारियों की समस्याएं बरकरार है। एक करोड़ से कम टर्न ओवर वाली कई फर्म जीएसटी में रजिस्टर्ड हैं, लेकिन इनका टर्न ओवर और रिटर्न जीरो बता रहा है। 40 परसेंट से अधिक फर्म ऐसी हैं, जो व्यापार तो कर रही हैं, लेकिन टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं।

ठंडे बस्ते में गया आदेश

एक करोड़ से कम टर्न ओवर वाले व्यापारी आखिर क्यों टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं, यह जानने और व्यापारियों की समस्या दूर करने के लिए ही कमिश्नर वाणिज्य कर ने 'वाणिज्य कर विभाग आपके द्वार' अभियान चलाने का आदेश दिया था। जुलाई में अभियान शुरू हुआ था। लेकिन पांच महीने बाद भी टैक्स जमा न करने वाले व्यापारी टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं।

31 दिसंबर तय की लास्ट डेट

अब अभियान का मकसद पूरा न होता देख कमिश्नर वाणिज्य कर ने अभियान की लास्ट डेट 31 दिसंबर कर दी है। अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे छोटे-छोटे व्यापारियों के प्रतिष्ठान पर जाएं और उनकी समस्या को दूर करें।

क्या था कमिश्नर का आदेश

कमिश्नर का आदेश था कि सभी छोटी इकाईयां जिनका टर्न ओवर एक करोड़ रुपये से कम है के यहां वाणिज्य कर अधिकारी व असिस्टेंट कमिश्नर स्वयं भ्रमण करेंगे। भ्रमण के दौरान संबंधित इकाई का टेलीफोन नंबर, ई-मेल आईडी अपडेट किया जाएगा।

वाणिज्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही से आज भी छोटे व्यापारी परेशान हैं। व्यापारियों की समस्याओं को दूर करने की बजाय बड़े व्यापारियों को परेशान करने में लग गए हैं। इसलिए कमिश्नर ने समय बढ़ाया है।

संतोष पनामा

संयोजक, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कल्याण समिति