- 8055, 4949 से ज्यादा 4149 की लोग कर रहे डिमांड

- 4149 को पाने के लिए 15 से भी ज्यादा फाइलें पेंडिंग

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GORAKHPUR: लक्जरी कार व बाइक के दीवानों की स्पेशल नंबरों के प्रति दीवानगी इस समय गोरखपुर आरटीओ दफ्तर में देखने को मिल रही है। ऑनलाइन होने के बाद वीआईपी नंबरों की राह तो कठिन हो चुकी है लेकिन वीआईपी के अलावा भी 10 ऐसे सामान्य नंबर हैं जो ऑनलाइन नहीं हैं। जिनको पाने के लिए गोरखपुराइट्स अपना पूरा दम लगा रहे हैं। सामान्य श्रेणी में आने वाले कुछ नंबर जैसे 8055 से बॉस, 4949 से पापा, 0214 से राम और 4149 से यादव लिखकर लोग अपनी गाड़ी को स्पेशल बना रहे हैं। ऐसे ही 10 नंबरों में 4149- यादव को पाने के लिए आरटीओ दफ्तर में सबसे ज्यादा डिमांड आ रही है। इन 10 नंबरों ने आरटीओ की नाक में दम कर रखा है। आए दिन इसके लिए आरटीओ के पास बड़े-बड़े नेताओं के फोन तो आते ही हैं, साथ ही बवाल का भी डर बना रहता है। हाल ये है कि आरटीओ दफ्तर में इस समय 15 फाइलें केवल 4149 के लिए लाइन में लगी हुई हैं।

सीरीज खत्म होने का कर रहे इंतजार
4149 के लिए लगभग 15 फाइलें लाइन में लगी हुई हैं। ये लोग सीरीज खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं कई ऐसे भी लोग हैं जो नई गाड़ी इसलिए नहीं खरीद रहे हैं कि उन्हें तत्काल उनका मनचाहा नंबर 4149 नहीं मिल पाएगा। इसके बाद 0214 नंबर जिससे राम लिखा जा सकता है। इसके लिए भी आरटीओ दफ्तर में कई फाइलें लगी हुई हैं।

दस नंबरों को करेंगे वीआईपी में शामिल
346 वीआईपी नंबरों की ऑनलाइन नीलामी होने से इनका मिलना और भी मुश्किल हो गया है। इन नंबरों पर अब किसी का बस भी नहीं चल पा रहा है। ये भी एक कारण है जिससे सामान्य 10 नंबरों की डिमांड बढ़ गई है। बढ़ती डिमांड के कारण रोज-रोज के बवाल से तंग आकर आरटीओ प्रशासन श्याम लाल ने दस सामान्य नंबरों को भी ऑनलाइन करके वीआईपी लिस्ट में शामिल करने के लिए मुख्यालय भेजा है। इसके बाद से उम्मीद जताई जा रही है कि कभी भी ये सामान्य नंबर वीआईपी लिस्ट में शामिल हो सकते हैं।

फॉलो नहीं करते नियम
सोचने वाली बात ये है कि आरटीओ में जिन नंबरों को पाने के लिए होड़ मची हुई है। उनको नंबर प्लेटों पर गलत तरीके से लिखना नियम के विरुद्ध है। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही की वजह से ट्रैफिक से जुड़े नियमों का पालन लोग नहीं करते हैं। देखा जाए तो सिटी में ज्यादातर वाहनों के नंबर प्लेट नियमों की अनदेखी कर लिखे मिलेंगे। जिनके विरुद्ध कभी कोई ठोस कार्रवाई आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस नहीं करती है।

इन सामान्य नंबरों की डिमांड
4149, 0214, 0990, 1008, 3330, 3033, 4169, 8055, 9099, 9990

वीआईपी नंबरों की संख्या

346

इस समय ऑफिस में सबसे ज्यादा डिमांड 4149 की हो रही है। फिलहाल ऐसे ही दस नंबरों की वजह से आए दिन यहां पर बहस भी होती है। इनको वीआईपी लिस्ट में शामिल करने के लिए भेजा है।

- श्याम लाल, आरटीओ प्रशासन