-महिला ने कहा मैंने घटना पर दु:ख जताया और लिखकर दे दिया

-विवि प्रशासन ने कहा ऐसी कोई महिला है ही नहीं

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर रतन लाल हांगलू के मोबाइल नम्बर से एक महिला के साथ की गई अश्लील चैटिंग का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद गुरुवार को भी विवि कैम्पस में चर्चा का माहौल रहा। विवि प्रशासन के अफसर और टीचर्स पूरे दिन घटनाक्रम पर मंत्रणा करते रहे। बता दें कि इविवि के पूर्व छात्रनेता अविनाश दुबे ने फेसबुक वॉल पर अश्लील चैटिंग का स्क्रीनशॉट 05 सितम्बर की रात 12:38 बजे वायरल किया था। गुरुवार को समाचार लिखे जाने तक उसके फेसबुक वॉल पर यह पोस्ट प्रदर्शित होती रही। इस पर 171 लाइक, 20 शेयर और 62 कमेंट आ चुके हैं।

मुझे क्यों बीच में लाया जा रहा

छात्रनेता को यह स्क्रीनशॉट भेजने वाली जिस महिला का नाम सामने आ रहा था। उससे दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने 16 मिनट 04 सेकेंड तक बात की। उसने बताया कि उसने विवि प्रशासन के पीए द्वारा भेजे गए ईमेल का जवाब लिखकर दे दिया है कि वीसी की चैटिंग वाली बात बहुत दुखदायी है। उससे सवाल किया गया कि जब स्क्रीनशॉट को वायरल करने वाले छात्रनेता का पोस्ट सामने है तो ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी कि विवि प्रशासन को छात्रनेता के खिलाफ सीधे कार्रवाई की बजाय आपसे (महिला) घटनाक्रम का कन्फर्मेशन लेना पड़ा। महिला ने कहा यह सवाल तो विवि प्रशासन से ही पूछना चाहिए कि वह मुझसे बार-बार क्यों कांटैक्ट कर रहा है? जबकि मेरी कोई भूमिका ही नहीं है।

स्क्रीनशॉट काल्पनिक: पीआरओ

महिला से बातचीत के बाद विवि के पीआरओ प्रो। हर्ष कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वायरल स्क्रीन शॉट काल्पनिक है। ऐसी कोई महिला है ही नहीं और न ही उनकी जानकारी में किसी महिला ने कोई मेल विवि को भेजा है। उन्होंने अविनाश दुबे को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया और कहा कि उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। उनका यह भी कहना है कि जब बात वाइस चांसलर जैसे पद पर बैठे व्यक्ति की हो तो मीडिया को ऐसी खबरों का संज्ञान नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह किसी का चारित्रिक हनन किए जाने का मामला है। इधर, गुरुवार की शाम फेसबुक वॉल पर स्क्रीन शॉट पोस्ट करने के 42 घंटे 81 मिनट बाद 07:19 बजे मीडिया को भेजी जानकारी में रजिस्ट्रार प्रो। एनके शुक्ला के हवाले से अविनाश दुबे के खिलाफ तहरीर देने की पुष्टि की गई।