स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत मिशन 2018 के तहत मेरठ को मिली ए क्लास स्टेशन में 89वीं रैंक

कैंट स्टेशन की स्थित 7 अंक से हुई बदतर, मिली 313वीं रैंक

Meerut। स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत मिशन के तहत रेलवे द्वारा कराए गए सर्वे में इस साल मेरठ सिटी स्टेशन ने अपनी साफ-सफाई और सुविधाओं में इजाफा करते हुए ऑल इंडिया ए श्रेणी स्टेशनों की सूची में 43 रैंक की उछाल लगाते हुए 89वां स्थान प्राप्त किया है। वहीं कैंट स्टेशन की रैंक गत वर्ष मिली 306 की रैंक से घटकर 313 पर पहुंच गई है।

फैक्ट्स

मेरठ सिटी स्टेशन

407 स्टेशनों पर कराया गया सर्वे

89वीं ओवरऑल रैंक मिली है मेरठ सिटी स्टेशन को

824.94 टोटल स्कोर हासिल किया है सिटी स्टेशन ने

249.52 प्रोसेस ऑडिट स्कोर मिला है सिटी स्टेशन को

283.39 डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन स्कोर मिला है सिटी स्टेशन को

292.03 सिटीजन फीडबैक स्कोर मिला है सिटी स्टेशन को

कैंट स्टेशन

313 ओवर ऑल रैंक मिली है मेरठ कैंट स्टेशन को

534.67 टोटल स्कोर हासिल किया है कैंट स्टेशन ने

156.79 प्रोसेस ऑडिट स्कोर मिला है कैंट स्टेशन को

192.36 डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन स्कोर मिला है कैंट स्टेशन को

185.52 सिटीजन फीडबैक स्कोर मिला है कैंट स्टेशन को

इन मानकों पर हुआ सर्वे

पॉर्किग एरिया

मेन प्लेटफार्म

ओपन एरिया टॉयलेट

ओपन सीटिंग एरिया

वेंडर एरिया

वेटिंग रूम

लाइन क्लीनिंग

ड्रिंकिंग वॉटर

फुटआेवर ब्रिज

पिछले साल की स्थित

180वीं रैंक मिली थी मेरठ सिटी स्टेशन को

306वीं रैंक मिली थी कैंट स्टेशन को

ए-वन कैटगरी के टॉप 0 स्टेशन

जोधपुर

जयपुर

त्रिरूपति

विजयवाड़ा

आनंद विहार टर्मिनल

सिकंदराबाद

बांद्रा

हैदराबाद

भुवनेश्वर

विशाख्ापट्नम

ए कैटगरी के टॉप 0 स्टेशन

मेवाड़

फुलेरा

वारंगल

उदयपुर

जयसलमेर

निजामाबाद

बाड़मेर

मनसिरयाल

मैसूर

भीलवाड़ा

हर साल स्टेशन की सफाई व्यवस्था में सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि अगले साल रैकिंग में और सुधार आएगा।

विशाल शर्मा

स्टेशन पर सुविधाओं में इजाफा हुआ है। पेयजल, टॉयलेट से लेकर एलिवेटर तक की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है।

लोकेश अग्रवाल

सभी सुविधाएं मेरठ सिटी स्टेशन पर उपलब्ध हैं और लोग इनका लाभ ले रहे हैं लेकिन ऐलिवेटर अधिकतर बंद रहता है।

आरके गुप्ता

ऑल इंडिया रैंक जारी की गई है, जिसमें मेरठ को 89वां स्थान मिला है। हालांकि रैंक में सुधार हुआ है किंतु प्रयास होगा कि आगामी वर्ष में मेरठ श्रेष्ठ स्थान पर हो।

नितिन चौधरी, सीपीआरओ, उत्तर रेलवे