24
विभाग हैं विकास भवन में
500
यहां कार्यरत कर्मचारियों की संख्या
65
कर्मचारियों ने कराया था ब्लड डोने के लिए रजिस्ट्रेशन
28
कर्मचारी ही कर पाए ब्लड डोनेट
37
निकले बीपी, शुगर, खून की कमी के मरीज
ब्लड डोनेशन कैंप लगा तो खुलकर सामने आयी चौंकाने वाली हकीकत
ज्यादातर को पता ही नहीं कि किन-किन बीमारियों को पाले बैठे हैं
vineet.tiwari@inext.co.in
ALLAHABAD: विकास भवन के 50 फीसदी से अधिक अधिकारी कर्मचारी अनफिट हैं। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। इन्हें खुद मदद की जरूरत है। हम बात फिटनेट के आधार पर कम्प्लसरी रिटायरमेंट के गवर्नमेंट के प्लान की बिल्कुल नहीं कर रहे हैं। यह कड़वा सच सामने आया गुरुवार को एक नेक इनीशिएटिव के दौरान। कर्मचारियों-अधिकारियों के जोश में कोई कमी नहीं थी। संख्या कम थी लेकिन पूरे उत्साह के साथ अपना नाम ब्लड डोनर्स की सूची में दर्ज कराया था। लेकिन, जब डोनेशन की बारी आयी तो ऐसा सच सामने आ गया जिससे सब हिल गये। मन मसोस कर रह गये।
बीपी, शुगर के साथ एनीमिक भी
गुरुवार को विकास भवन कर्मचारी और अधिकारियों की ओर से ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया था। इसमें अपनी हिस्सेदारी देने के लिए कुल 65 कर्मचारियों ने रजिस्ट्रेशन कराया। डोनेशन के पहले इनके ब्लड की जांच की गई। इसकी रिपोर्ट आयी तो पता चला कि 37 कर्मचारी-अधिकारी ब्लड प्रेशर, शुगर, खून की कमी सहित अन्य बीमारियों की या तो चपेट में हैं या फिर इनके सिम्पटम उनकी बॉडी में डेवलप हो रहे हैं और उनको इसका पता भी नहीं है। एक्सपर्ट्स का कहना था कि अधिकतर बीमारियां लाइफ स्टाइल से जुड़ी हैं। इस पर कंट्रोल नहीं करने पर फ्यूचर में उन्हें ज्यादा प्राब्लम फेस करनी पड़ सकती है। अनफिट करार दिए जाने के बाद उनको ब्लड देने से रोक दिया गया।
उम्रदराज हो गए हैं कर्मचारी
लंबे समय से नई भर्तियां नहीं की गई है
विकास भवन स्थित 24 विभागों में घटकर बमुश्किल 500 कर्मचारी रह गए हैं
इनमें से 20 फीसदी तकरीबन महिलाएं हैं
वह ब्लड डोनेशन नहीं कर सकतीं
50 साल से अधिक उम्र में बॉडी में हीमोग्लोबिन की कमी भी उनको डोनेशन नही करने देती
यह भी बताया गया कि कई कर्मचारी तीजा के त्योहार को लेकर अवकाश पर चले गए हैं
यही कारण था कि रजिस्ट्रेशन आम दिनों की अपेक्षा कम हुए।
अधिकारियों ने दिखाया जोश
गुरुवार को विकास भवन में आयोजित कैंप में कर्मचारियों व अधिकारियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सीडीओ सैमुअल पाल एन ने कार्यक्रम का उदघाटन किया। बेली हॉस्पिटल की ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ। नीता साहू और उनकी टीम ने रक्तदाताओं की जांच कर ब्लड डोनेशन करवाया। जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह और जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास दीनानाथ राम सहित जिला युवा कल्याण अधिकारी संदीप सचान ने ब्लड डोनेशन किया।
कई कर्मचारियों की उम्र अधिक है और काम का बोझ अधिक होने से उनकी फिटनेस भी डिस्टर्ब है। बावजूद इसके जोश के साथ कर्मचारियों व अधिकारियों ने कैंप में पार्टिसिपेट किया। हमें अपने साथियों के हेल्थ की चिंता है।
-नरसिंह,
अध्यक्ष, विकास भवन कर्मचारी महासंघ