कानपुर। कभी कागज पर पैगाम लिखकर उसे डाक से पोस्ट किया जाता था, लेकिन आज बस फोन के दो बटन दबाते हैं और मैसेज पहुंच जाता है। कई दिन में पहुंचने वाला पैगाम अब पल भर में दूसरे तक चला जाता है। यह सब इंटरनेट की वजह से संभव हुआ है। यह तो एक छोटा-सा काम है, बल्कि इंटरनेट ने भारी भरकम वीडियो शेयर, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और लाइव वीडियो जैसी सेवाओं को भी आसान बना दिया है। आप कह सकते हैं कि यह सब 4जी तकनीक के आने के बाद हुआ है। सेवाएं पहले भी थीं, लेकिन 4जी ने इसे फास्ट कर दिया। आपको बता दें कि कुछ ही समय में अब आप सुपर फास्ट इंटरनेट का एहसास करने वाले हैं। 4जी का अपग्रेड नेटवर्क 5जी अब दस्तक देने वाला है। पिछले कुछ सालों से इसकी चर्चा हो रही थी, लेकिन अब जमीन तैयार कर लिया गया है सिर्फ उतारना बाकी है।

इंटरनेशनल टेली कम्युनिकेशन यूनियन ने ऐसे की शुरुआत
5जी नेटवर्क 5जी सेल्युलर मोबाइल सर्विस की 5वीं संस्करण की नेटवर्क तकनीक है, जो अपने सुपर फास्ट डाटा सर्विस के लिए जानी जाती है। हालांकि 4जी आने के बाद से ही 5जी की चर्चा होने लगी थी, लेकिन इस क्षेत्र में विशेष प्रगति वर्ष 2017 के बाद देखने को मिली। दुनिया की प्रमुख मोबाइल टेलीफोनी नेटवर्क तकनीकी की विकास करने वाली संस्था आइटीयू (इंटरनेशनल टेलिकम्युनिकेशन यूनियन) ने 3जीपीपी (थर्ड जेनरेशन पार्टनरशिप प्रोजेक्ट) के तहत दिसंबर 2017 में 5जी के लिए मानक की घोषणा थी। संस्था ने इस तकनीकी का नाम आइटीयू आइएमटी—2020 (इंटरनेशनल मोबाइल टेलिकम्युनिकेशन-2020) का नाम दिया है और साथ ही इसके लिए लोगो की भी घोषणा की। 5जी के लिए मानक तय होने के बाद इसके लिए टावर्स और स्पेक्ट्रम सहित सभी तरह के इक्विपमेंट निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। दूसरी ओर 5जी स्टैंडर्ड तय होने के बाद 5जी फोन निर्माण करना भी संभव हो गया और सोनी, नोकिया, सैमसंग, एलजी, हुवावे और जेडटीई सहित कई कंपनियों ने 2019 तक अपने 5जी फोन लॉन्च करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है।

4जी ने तो बदली सिर्फ मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया,5जी से तो ऐसी हो जाएगी आपकी लाइफ

स्पीड के मामले में 5जी है 4जी का बाप
मोबाइल की 5जी नेटवर्क तकनीक लोवर फ्रीक्वेंसी पर कार्य करती है। इसे 600 मेगाहर्ट्ज से लेकर 6 गीगाहर्ट्ज तक के नेटवर्क बैंड पर चलाया जा सकता है। जहां 4जी के लिए अधिकतम स्पीड 600 एमबीपीएस तक ही है। वहीं 5जी स्पीड 1जीबीपीएस से ही शुरू है। ऐसे में आप खुद ही सोच सकते हैं कि यह एहसास कैसा होगा। इतना ही नहीं, 5जी नेटवर्क पर अधिकत डाटा स्पीड 20जीबीपीएस तक की है।4जी बनाम 5जी नेटवर्क5जी के बारे में जानने के बाद आप यही सोच रहे होंगे कि आखिर यह 4जी से कितना अलग होगा। तो आपको बता दें कि 4जी की अपेक्षा 5जी को 20 गुणा तेज माना गया है। जहां 4जी की अधिकतम स्पीड 600 एमबीपीएस तक की है वहीं 5जी में 20जीबीपीएस की है। इतना ही नहीं, इसके 4जी की अपेक्षा ज्यादा पावर इफिशियंट अर्थात कम पावर खपत वाला माना गया है। इसकी क्षमता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यदि फुल स्पीड पर 5जी डाटा चले तो 1 सेकंड में पूरी एचडी मूवी डाउनलोड की जा सकती है। वहीं लिटेंसी रेंट के मामले में भी यह 4जी से कहीं आगे है। एक प्वाइंट से दूसरे प्वाइंट तक डाटा पैकेट पहुंचने में जितना समय लगता है, उसे लेटेंसी कहते हैं। 4जी का लेटेंसी रेट 10 मिलि सेकेंड का है जबकि 5जी में यह सिर्फ 1 मिलि सेकंड का है। 4जी जहां वीडियो स्ट्रीमिंग और वीडियो डाउनलोड आदि के लिए जाना जाता है वहीं 5जी सर्विस मशीन लर्निंग और मशीन टु मशीन कम्युनिकेशन के लिए ज्यादा जाना जाएगा।

5जी से ऐसे बदलेगी दुनिया
5जी आने के बाद आइओटी और स्मार्टहोम जैसे सेवाएं काफी तेजी से बढ़ेंगी। इतना ही नहीं, बिना ड्राइवर वाले कार और मल्टी प्लेयर वीडियो गेमिंग का अहसास भी 5जी में किया जा सकेगा। हालांकि माना जा रहा है कि 5जी आने के बाद हेल्थ सेवाओं में काफी बदलाव देखने को मिलेगा। कब तक शुरू होगी 5जीसिर्फ नेटवर्क ऑपरेटर ही नहीं, बल्कि मोबाइल निर्माताओं ने भी 5जी के लिए कमर कस ली है और माना जा रहा है कि 2019 तक 5जी सेवाएं दस्तक दे देंगी। हालांकि यह सवाल भी बड़ी है कि सबसे पहले 5जी नेटवर्क की शुरुआत कहां होगी। वैसे, अब तक तकनीक की शुरुआत यूरोप या जापान से हुई है, लेकिन इस बार चीन ने भी कमर कस ली है। हो सकता है कि सबसे पहले चीन 5जी की शुरुआत कर दे। अभी कुछ दिन पहले ही विश्व की सबसे बड़ी मोबाइल चिपसेट निर्माता कंपनी क्वालकॉम ने हांगकांग में 4जी/5जी समिट का आयोजन किया था। यहां विश्व भर से मोबाइल निर्माता ने 2019 में अपनी 5जी फोन लाने की घोषणा की है।

4जी ने तो बदली सिर्फ मोबाइल और इंटरनेट की दुनिया,5जी से तो ऐसी हो जाएगी आपकी लाइफ

क्या है भारत में 5जी की स्थिति
अब तक कहा जाता है कि भारत तकनीक में दूसरे देशों से काफी पीछे है। यहां लगभग 15 साल की देरी से मोबाइल सर्विस आई। 3जी सर्विस में भी लगभग 10 साल पीछे थे। यूरोपीय देशों ने 2001 में ही 3जी सर्विस लॉन्च करना शुरू कर दिया था, लेकिन भारत में 2011 के बाद यह सर्विस आई। हालांकि 4जी ने देरी के खाई को बहुत हद तक कम कर दिया है। जल्द ही देश में आ गई। इसमें भी लगभग 3 से 4 साल देर थे। वहीं 5जी में शायद अब ऐसा भी न हो। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने साल 2016 में अपनी 4जी सर्विस की शुरुआत के समय ही यह घोषणा की थी कि जियो नेटवर्क 5जी रेडी है और यहीं से कंपनी ने भारत में 5जी की नींव रख दी थी। वर्ष 2017 में ही कंपनी ने 5जी की विकास के लिए सैमसंग से समझौता भी कर लिया है। एयरटेल किसी भी इस मामले में जियो से पीछे नहीं रहना चहता। ऐसे में कंपनी ने वर्ष 2018 में अपना 5जी ट्रायल भी कर लिया। कंपनी ने इसके लिए चीनी वेंडर हुवावे के साथ समझौता किया है। एयरटेल ने हुवावे के साथ मिलकर गुड़गांव मानेसर में भारत का पहला 5जी एक्सपीरियंस सेंटर स्थापित किया है। फिलहाल यह परिक्षण के तौर पर है। भारत सरकार के उपक्रम बीएसएनएल ने भी 5जी को लेकर घोषणा कर दी है। बीएसएनएल 5जी सर्विस के लिए नोकिया के साथ फिलहाल समझौता किया है। बीएसएनएल की ओर से कहा गया है कि वह 5जी सेवा में पीछे नहीं रहेगी और विश्र्व के अन्य देशों के साथ ही यह सर्विस भारत में भी लाएगी। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि 5जी को लेकर भारत भी तैयार है।

कब आएंगे 5जी डिवाइस?
5जी को लेकर डिवाइस क्षेत्र में भी बड़ी तैयारी की जा चुकी है। मोबाइल चिपसेट निर्माता क्वालकॉम ने वर्ष 2017 में ही 5जी चिपसेट का प्रदर्शन कर दिया था। क्वालकॉम द्वारा एक्स50 5जी चिपसेट तैयार किया गया था, जो 1जीबीपीएस प्रति सेकंड की दर से डाटा कनेक्शन सपोर्ट करने में सझम था। वहीं, इस साल कंपनी ने इसका अपडेटेड वर्जन पेश किया है, जो न सिर्फ एडवांस है, बल्कि पहले की अपेक्षा काफी छोटा भी हो गया है। रही बात डिवाइस आने की तो मोटोरोला ने मोटो जेड3 के साथ 5जी डिवाइस की शुरुआत कर दी है। कई कंपनियां लाने वाली हैं 5जी डिवाइस: मोटोरालो के बाद शाओमी ने भी मी मिक्स 3 से 5जी फोन क्षेत्र में कदम रख दिया है। हालांकि मी मिक्स 3 फिलहाल चीन में लॉन्च हुआ है, लेकिन 5जी के क्षेत्र में यह बड़ी कोशिश है। क्वालकॉम के 4जी/5जी समिट 2018 में वनप्लस ने जानकारी दी है कि वर्ष 2019 में लॉन्च होने वाला कंपनी का फोन 5जी रेडी होगा। वनप्लस 7 में 5जी सपोर्ट होगा। माना जा रहा है कि यह फोन क्वालकॉम के स्नैपड्रैगन 855 चिपसेट पर आधारित हो सकता है। वीवो ने भी घोषणा की है कि 2019 तक अपने 5जी फोन को लॉन्च करने की बात कही है। ऐसे में वी13 या फिर नेक्स सीरीज से कंपनी 5जी फोन का शुरुआत कर सकती है। क्वालकॉम इवेंट के दौरान नोकिया, सोनी, एचटीसी और जेडटीई जैसी कंपनियों ने भी अपने 5जी फोन की जानकारी दी है।

सैमसंग का गैलेक्सी एस10 बन सकता है पहला 5जी
विश्र्व की प्रमुख मोबाइल फोन निर्माता कंपनी सैमसंग भी 5जी को लेकर तैयारी कर चुका है और माना जा रहा है कि गैलेक्सी एस10 को 5जी सपोर्ट के साथ पेश किया जा सकता है। हाल में आए कुछ लीक्स में इस बात का दावा किया गया था। 5जी डिवाइस के मामले में एलजी भी पीछे नहीं है। वर्ष 2018 के शुरुआत में कंपनी यह बयान दे चुकी है कि 2019 के शुरुआत में 5जी फोन को लॉन्च कर सकती है।

व्हाट्सएप से जुड़े इन 10 सवालों के जवाब क्या आपको मिले? यहां पढ़िए

फेसबुक बना रहा है हाईटेक AR ग्लासेस, अब लोग दुनिया देखेंगे फेसबुक की नजर से

4G से लेकर 7G तक, हर मुश्किल सवाल का जवाब मिलेगा यहां!

Technology News inextlive from Technology News Desk