फ्लैग: पलक झपकते मातम में बदली ईद की खुशियां

- महाराजपुर में अवैध खनन की मिट्टी से भरा डंपर दो झोपडि़यों को रौंदते हुए पलटा

- हादसे में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत, बच्ची समेत तीन लोग घायल

KANPUR: महाराजपुर में शुक्रवार रात मिट्टी से भरा बेलगाम डंपर अपने घर में ईद की तैयारी कर रहे परिवार पर 'काल' बनकर गिरा। इस दर्दनाक हादसे में परिवार के छह लोग अवैध खनन की मिट्टी के ढेर के नीचे जिंदा दफन हो गए। वहीं बच्ची समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस खौफनाक मंजर को देख लोगों में कोहराम मच गया। पलक झपकते ही ईद की खुशियां मातम में तब्दील हो गई। हादसे के बाद डंपर का ड्राइवर और क्लीनर भाग निकले। पुलिस ने डंपर को कब्जे में ले लिया। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि अवैध खनन कौन और कहां करवा रहा है।

ईद की तैयारी कर रहे थे

महाराजपुर में हाइवे के किनारे कल्लू कुरैशी (55) का परिवार रहता है। कल्लू के परिवार में पत्नी सन्नो, तीन बेटे वसीम, शमी, नसीम और बेटी शमीमुल है। कल्लू अपनी पत्नी और बेटी के साथ रहता था, जबकि उसके बगल में बेटा वसीम पत्नी यासमीन और दो बेटियों के साथ रहता था। उसकी बड़ी बेटी तीन साल और छोटी बेटी छह महीने की है। नसीम और शमी कुछ दूरी पर परिवार के साथ रहते थे। शमी के परिवार में पत्नी जरीना और चार बेटियां करीना, सुहाना, अमीरा, टिकरा और दो बेटे शहनवाज व शहजान है। शनिवार को ईद होने से सभी घर में ईद की तैयारी कर रहे थे। नए कपड़ों की खरीदारी की गई थी। कल्लू के घर में शमी की पोतियां करीना (16) और सुहाना उर्फ ढोला (14) मेंहदी लगवाने आई थी।

पूरा परिवार बिखर गया

रात को सभी अपने काम बिजी थी कि तभी मिट्टी से लोड डंपर अनियंत्रित होकर हाइवे के किनारे उतरकर कल्लू और वसीम की झोपडि़यों में घुस गया। डंपर की स्पीड इतनी तेज थी कि किसी को बचने का मौका नहीं मिल पाया और डंपर झोपड़ी में पलट गया। सभी लोग मिट्टी के नीचे दब गए। ग्रामीणों ने किसी तरह मिट्टी हटाकर सभी को बाहर निकाला तो छह लोगों की मौत हो चुकी थी। जबकि छह महीने की मासूम, उसकी दादी और मौसी की सांस चल रही थी। पुलिस ने उनको गंभीर हालत में कांशीराम ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया।

सभी की दम घुटने से मौत हुई

हादसे में परिवार के मुखिया कल्लू, बेटी शमीमुल, बेटे वसीम, उसकी पत्नी यासमीन और पोतियां करीना और सुहाना की मिट्टी में दबने से दम घुट कर मौत हो गई। कल्लू की पत्नी सन्नो, वसीम की साली सिमरन और छह महीने की बेटी बेबी गंभीर रूप से घायल हुए।

डोमनपुर से आ रहा था डंपर

डंपर डोमनपुर से मिट्टी भर कर रामादेवी की ओर जा रहा था। प्रशासन ने डोमनपुर में मिट्टी खनन की परमीशन नहीं दी है, लेकिन इसके बाद भी वहां से मिट्टी भरकर आने से अवैध खनन की पुष्टि हो गई है। पुलिस को यह भी पता चला है कि नागापुर निवासी खनन माफिया की शह पर खनन चल रहा था, लेकिन पुलिस अफसर अभी इसके बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे है।

अनाथ हो गई बेटियां

हादसे में वसीम और उसकी पत्नी की मौत हो गई, लेकिन उसकी दोनों बेटियां बच गईं। दोनों अभी मां पिता के रिश्ते को समझ भी नहीं पाई थीं कि उसके सिर से दोनों का साया उठ गया। बड़ी बेटी होश में आने पर बार-बार सबसे अब्बू और अम्मी के बारे में पूछ रही थी।

पहले भी जान ले चुके है डंपर

महाराजपुर और सरसौल में अवैध खनन से जुड़े डंपर पहले भी लोगों की जान ले चुके हैं। हाइवे पर अक्सर डंपर की चपेट में आने से लोग हादसे का शिकार होते हैं।