LUCKNOW : जानकीपुरम पुलिस ने एक गैंग के आठ सदस्यों को वाहन चोरी के मामले में गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने जो खुलासा किया उससे पुलिस के भी होश उड़ गए। पुलिस ने उनके पास से चोरी की 6 बाइक बरामद की है। गैंग का एक सदस्य अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है। आरोपी चोरी की गाड़ियों को लखनऊ से सटे जनपदों के ग्रामीण इलाकों में सस्ते दामों में बेचते थे।

गैंग के 8 मेंबर गिरफ्तार
इंस्पेक्टर जानकीपुरम मोहम्मद अशरफ ने बताया कि बीती रात भिठौली रेलवे क्रासिंग के पास पुलिस ने 8 वाहन चोरों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर चोरी की 6 बाइक बरामद की। पूछताछ में वाहन चोरों ने अपना नाम लखीमपुर खीरी निवासी मनीष मिश्र, हरदोई निवासी कुलदीप, असलम, योगेन्द्र, राकेश, अरविंद, मलिहाबाद निवासी अनिल और राहुल बताया। वाहन चोरों के गैंग का लीडर मनीष है।

इंजन और चेचिस नंबर तलाश रहे मालिक
पूछताछ में आरोपियों ने अपने गैंग के एक साथी हरदोई निवासी मुलायम का नाम भी पुलिस को बताया। बरामद तीन बाइक सीतापुर, जानकीपुरम और गुडंबा से चोरी की थी जबकि तीन बाइक के बारे में पता नहीं चल सका है। पुलिस उनके इंजन और चेचिस नंबर की मदद से मालिकों के बारे में पता लगा रही है।

इस तरह करते थे वाहन चोरी
गैंग के लीडर मनीष ने बताया कि वह और मुलायम सबसे पहले बाइक सवार चिन्हित करते थे। इसके बाद वह लोग उसक पीछा करते थे। बाइक सवार जैसे ही अपनी बाइक को कहीं पर पार्क करता था वैसे ही उनका एक साथी उसके पीछे लग जाता था और लगातार फोन पर बाइक मालिक के मूवमेंट के बारे में जानकारी देता रहता था। इस बीच मनीष और मुलायम मास्टर चाभी की मदद से बाइक चोरी कर ले जाते थे। इसके बाद आरोपी चोरी की बाइक को कुलदीप और असलम को दे दिया करते थे।

10 से 12 हजार में बेच देते थे बाइक
कुलदीप और असलम ग्राहक तलाश कर चोरी की बाइक को 10 से 12 हजार रुपये में बेच देते थे। आरोपी वाहन चोरी की घटनाओं में जिन गाडि़यों का प्रयोग करते थे वह भी चोरी की होती थी और उस पर आरोपी फर्जी नंबर प्लेट लगा रखते थे। पुलिस का कहना है कि गैंग लीडर मनीष पहले भी जेल जा चुका है। वही जानकीपुरम पुलिस इस गैंग के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई करेगी।