हिन्दुस्तानी एकेडेमी का 90वां स्थापना दिवस आयोजित किया गया

ALLAHABAD: हिन्दुस्तानी एकेडेमी का 90वां स्थापना दिवस बुधवार को एकेडेमी सभागार मे आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय थे। अध्यक्षता नेहरू ग्राम भारती विवि के कुलपति प्रो। केबी पाण्डेय ने की। साहित्यकार दूधनाथ सिंह को स्मृति चिन्ह, शॉल एवं माला पहनाकर हिन्दुस्तानी एकेडेमी के सचिव नरेन्द्र प्रताप सिंह ने सम्मानित किया। अध्यक्षता कर रहे प्रो। केबी पाण्डेय ने कहा कि जब हम हिन्दुस्तानी कह देते हैं तो न हिन्दी रह जाती है न उर्दू। हमें हिन्दुस्तानी बनकर जीना चाहिए।

उर्दू शायरी हिन्दी लिपी में की जाए

मुख्य अतिथि पूर्व न्यायमूर्ति गिरधर मालवीय ने कहा कि हिन्दी-उर्दू के साथ अन्य सभी क्षेत्रीय भाषाओं का मिला-जुला रूप हिन्दुस्तानी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उर्दू शायरी को हिन्दी लिपि में कर दिया जाय ताकि सभी पढ़ सकें। कार्यक्रम में हिन्दुस्तानी एकेडेमी के कर्मचारियों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नंदल हितैषी ने हिन्दुस्तानी एकेडेमी : अतीत और वर्तमान विषय पर वक्तव्य देते हुये कहा कि जो भी सेवायें एकेडेमी ने अबतक की हैं वे सब आज साहित्य के क्षेत्र मे मानक हैं।

रसरंग में ओ री चिरैया ने किया भावविभोर

द्वितीय सत्र में रसरंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इसका शुभारम्भ पूजा सिंह और नीरज सिंह द्वारा गाये गीत मधुबन खुशबू देता है से किया गया। नितेश व रितिक द्वारा भाव नृत्य ओ री चिरैया गीत प्रस्तुत किया गया। नवीन शक्ति डांस गु्रप द्वारा लांवणी प्रस्तुत किया गया। सारेगामापा लिटिल चैम्प के अन्तिम दौर में चयनित बाल कलाकार बेबी लक्ष्मी श्रीवास्तव ने भी अपनी गायकी से समां बांधा। शिव महिमा नृत्य संगीत केन्द्र द्वारा सत्यभामा और रूक्मणी प्रसंग पर मनभावन समूह नृत्य पेश किया गया। दिव्यांग कलाकार टीवी स्टार सिंथेसाइजर प्लेयर उद्देश्य सिंह ने भी अभिभूत किया।