- पनकी पॉवर हाउस की बिल्डिंग तोड़े जाने व 660 मेगावॉट की नई यूनिट लगाने से सिस्टम प्रभावित

-18 सबस्टेशन एरिया में हर रोज 4-4 घंटे तक हो सकती है बिजली कटौती

- पनकी 220 केवी ट्रांसमिशन स्टेशन से पनकी पॉवर हाउस होते हुए गुजरी है 20 सबस्टेशन की केबल

- आजाद नगर प्राइमरी ट्रांसमिशन की लाइन भी गुजरी पनकी पॉवर हाउस के अन्दर

KANPUR: पनकी पॉवर हाउस में 660 मेगावॉट की यूनिट लगाने और पुरानी बिल्डिंग्स तोड़े जाने से कानपुराइट्स को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा। उन्हें 2-4 दिन नहीं बल्कि एक से डेढ़ महीना तक 4-4 घंटे की रोस्टरिंग का सामना करना पड़ सकता है। राहत की बात यह है कि गर्मी को देखते हुए फिलहाल केस्को ने ये काम रोक दिए हैं। यह सारे काम सर्दियों में होंगे, जिससे पॉवर की डिमांड कम होने से लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। मंडे को इसको लेकर केस्को, ट्रांसमिशन व पनकी पॉवर हाउस ऑफिसर्स के बीच मीटिंग हुई।

टनल से गुजारी जाएगी केबल

पनकी स्थित 220/132 केवी प्राइमरी ट्रांसमिशन से केस्को के 17 फीडर निकलते हैं। जिनकी अंडरग्राउंड केबल पनकी पॉवर हाउस गेट नम्बर 3 के बाहर से नहर पुल होते हुए 20 सबस्टेशन को जाती हैं। पनकी पॉवर हाउस में 660 मेगावॉट की यूनिट लगाने के लिए गेट नम्बर 3 के बाहर खुदाई होगी। जिसे गेट के अन्दर से ले जाया जाएगा, लेकिन मंडे को केस्को, पनकी पॉवर हाउस व ट्रांसमिशन ऑफिसर्स की मीटिंग में तय हुआ कि इन सभी 17 फीडर की अंडरग्राउंड केबल टनल से होकर गुजारी जाएगी। यह काम 660 मेगावॉट की यूनिट लगाने वाली बीएचईएल ही करेगी। इसके लिए अलग से रास्ता भी रहेगा। जिससे अंडरग्राउंड केबल में फॉल्ट होने पर उसे बनाने में आसानी हो। केस्को एमडी सौम्या अग्रवाल ने बताया कि पहले टनल और 220 केवी से पॉवर हाउस होते नहर पुल तक केबल बिछा ली जाएगी। इससे फिर केबल जोड़ने का काम शेष रह जाएगा। इसी के लिए शटडाउन लेना पड़ेगा, जिससे लोगों को अधिक बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।

ट्रांसमिशन टॉवर के लिए ठप होगी सप्लाई

अंडरग्राउंड 17 फीडर की शिफ्टिंग के कारण तो लोगों को अधिक बिजली संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। पर पनकी 220 केवी से आजाद नगर 132 केवी के लिए ओवरहेड लाइन पॉवर हाउस के अन्दर से गुजरी है। यहां पर ट्रांसमिशन के 3 टॉवर बनने हैं। केस्को के एक्सईएन मनीष गुप्ता ने बताया कि टॉवर के ट्रांसमिशन शटडाउन लेने से आजाद नगर 132 केवी से जुड़े 20 केस्को सबस्टेशन प्रभावित होंगे। इन टॉवर को बनने में 1 से 1.5 महीना तक लगने की संभावना जताई जा रही है। तब तक हर रोज 4-4 घंटे तक पॉवर रोस्टरिंग होने की संभावना है। लोगों को दिक्कत न हो, इसलिए मंडे को हुई मीटिंग में सर्दियों में टॉवर बनाने का काम करने का डिसीजन हुआ है।

इन सबस्टेशन में होगी रोस्टरिंग

बीएसएनएल, सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, यूपीएसआईडीसी, आरटीओ, सर्वोदय नगर, म्योर मिल-1 व 2, जीआईसी, आलूमंडी, अफीम कोठी, जरीबचौकी, जवाहर नगर, बिजलीघर परेड, साइकिल मार्केट, चमनगंज, चीना पार्क, रतन ऑर्बिट, माल रोड (18 सबस्टेशन)

(आजाद नगर 132 केवी से जुड़े)