-कम खाये लेकिन अपने बच्चों को तालीम जरूरी दिलाएं: अहसन मियां

BAREILLY:

उर्स-ए-आला हजरत का फ्राइडे को परचम कुशाई की रस्म के साथ शाम को आगाज हुआ। उर्स में ठिरिया निजावत खान से सबसे बड़ा चादरों का जुलूस दरगाह आला पहुंचा। जलसे का आगाज तिलावत-ए-क़ुरान से हाफिज फहीम रजा समदानी ने किया। दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी अहसासुल मुस्लेमीन कमेटी के सदर नसरत अली खान, वसीम खान, नदीम नूरी, जाहिद नूरी, निजाकत खान, अब्दुल करीम ने दस्तार बंदी कर गुल पोशी की। उर्स में जायरीन के लिए दरगाह तक पहुंचने और मथुरापुर सीबीगंज जाने के लिए मुफ्त बस, ऑटो और ई-रिक्शा लगाए गए हैं। पूरा ही उर्स सीसीटीवी की निगरानी में रखा गया। उर्स में शामिल होने के लिए देश-विदेश जायरीन पहुंच चुके है। शहर के अधिकांश होटल्स आदि फुल हो चुके हैं।

उर्स में म्यूजिक से करें परहेज

मुफ्ती अहसन रजा कादरी ने आह्वान किया कि 100 साला उर्स-ए-रजवी की मौके पर कहा कि हम सब अहद करे कि कम खाएंगे लेकिन अपने बच्चों को तालीम जरूर दिलाएंगे। दुनियावी तालीम भी हासिल करें। बच्चे उर्दू-अरबी के साथ इंग्लिश-हिंदी के भी जानकर बने तभी हम अपने मजहब की सही तस्वीर लोगों तक रख सकते है। वहीं अहसन मियां ने अपील की कि उर्स-ए- आला हजरत और आने वाले जुलूस-ए-मोहम्मदी में म्यूजिक वाली नातों से परहेज करें। कमेटी ने जुलूस में शामिल 100 लोगों को कुरा अंदाजी के जरिए कंजुल ईमान तोहफे बतौर दरगाह प्रमुख सुब्हानी मिया के हाथों बंटवाया गया।

जुलूस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

फातिहा दुआ के बाद मुफ्ती अहसन मियां ने हरी झंडी दिखाकर जुलूस को रवाना किया। जुलूस कैंट, चौकी चौराहा, नॉवेल्टी, करोलान होता हुआ दरगाह पहुंचा। 100 फूलों की डालिया झंडे लेकर लोग जुलूस में चले। इसके अलावा न्यू रजा कटघर से जोहेब रजा, फरमान रजा, बिलाल कुरैशी, आमिर अमान व स्वाले नगर मुजाहिद बेग राशिद रजा सबलू रजा के नेतृत्व में जसोली, जखीरा, बानखाना, पुराना शहर आदि से भी लोग जुलूस लेकर आए। ठिरिया में टीटीएस के मौलाना जिकरुल्लाह मक्कीशाहिद खान नूरी, और शाबान रजा आदि की भी दस्तार बंदी की गई।