LUCKNOW: आम बजट ने लोगों को ज्यादा नहीं लुभाया है। पब्लिक की उम्मीदों पर यह बजट पूरी तरह से खरा नहीं उतर रहा है। टैक्स स्लैब को न बढ़ाने और कॉरपोरेट सेक्टर को पांच फीसदी की छूट देने से लोगों को निराशा हो रही है। रोजमर्रा की जिंदगी में यूज होने वाली चीजें महंगी होने से सैलरीड पर्सस में नाराजगी है। बजट पेश किए जाने के बाद आई नेक्स्ट ने कॉमन मैन की राय जानी तो उन्होंने कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया दी है। सर्विस टैक्स बढ़ाने को लेकर भी जनता को नाराजगी हुई है। मोदी सरकार से अच्छे दिनों की आस लगाई हुई जनता का कहना है कि इस बजट में कॉमन मैन के लिए अच्छे दिनों की कोई आहट नहीं है।

इस बार का बजट सिर्फ लोक लुभावन नहीं है। मुझे तो सबसे अच्छा यह लगा कि अब गोल्ड की कालाबाजारी खत्म हो जाएगी। जब केन्द्र सरकार गोल्ड को लेकर खुद ही मैदान में आ गई है, बाकी अन्य दुकानों की तो बैंड बज जाएगी। इसके साथ ही जो लोग गोल्ड की स्मगलिंग करते हैं, उनका मुनाफा भी घटेगा। लोगों का विश्वास उसी गोल्ड पर होगा जो सरकार उपलब्ध कराएगी। इसके साथ ही गोल्ड एकाउंट की शुरआत होगी, जिसमें ब्याज भी मिलेगा। बिजनेस क्लास के लिए तो यह बजट बहुत ही अच्छा है।

बिजनेसमैन

नवीन जायसवाल

ख्। बजट में सरकारी खरीद के मामले में अभी कुछ खास नहीं किया गया है। घोटाले को रोकने के दावे तो यह बजट कह रहा है लेकिन उसके लिए प्लानिंग नजर नहीं आ रही है। ऐसे में सरकारी मशीनरी पर लगाम नहीं लगाई जा सकेगी। बजट में महिलाओं की सुरक्षा के दावे तो प्रस्तुत कर दिए गए हैं। ये कितने सफल होंगे, यह तो समय ही बताएगा। करोड़ों रुपए देने से ही सुरक्षा नहीं हो जाएगाी।

आदित्य

बिजनेसमैन

फ्। मुझे खुशी है कि इस बजट में सिगरेट और पान मसाला महंगा कर दिया गया है। इससे यंगस्टर्स का रुझान इस तरफ नहीं होगा। फिर जितने लोग इसका सेवन करते हैं, उसमें भी कमी आएगी। बजट का यह फैसला बिल्कुल सही है। नशाखोरी पर लगाम लगाना बेहद जरूरी है। सिगरेट तो यंगस्टर्स इस तरह से यूज करते हैं जैसे यह फैशन है। फिर इसमें सिर्फ ब्वायज ही नहीं ग‌र्ल्स भी शामिल हैं। क्0 सीटर व्हीकल में आने वाली बड़ी गाडि़यों का महंगा किया जाना भी सही है। इससे रोड पर दबाव भी कम होगा। फिर ट्रांसपोर्टेशन के लिए सरकार ने तमाम सुविधाएं भी दे रखी हैं।

आशुतोष कुमार

स्टूडेंट

ब्। यंगस्टर्स के नजरिये से यह बजट बहुत ही खराब है। महंगे किए आइटम्स में तमाम ऐसे है जिन को सस्ता किया जाना चाहिए था। जैसे जिम, वाई-फाई सर्विस और गैजेटस। फिटनेस की फिक्र तो सभी को होती है। ऐसे में इस सेक्टर पर बोझ लादना निश्चित रूप से गलत है। वाई-फाई को बढ़ावा देना चाहिए। जिससे अधिक से अधिक लोग इसका यूज करे। स्टूडेंटस को तो अपने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए इसकी हेल्प लेनी पड़ती है। इसके माध्यम से ही लोग हर तरह की खबरों से अपडेट रहते हैं। ऐसे में इसको महंगा किया जाना भी गलत है।

रोहित चौधरी

स्टूडेंट

भ्। चमड़े के जूते, चप्पल सस्ते करने से भला क्या फायदा होगा। हां, कम्पयूटर और एम्बूलेंस सर्विस सस्ती किए जाने से लोगों का फायदा होगा। पैकेज्ड फ्रूटस भी सस्ते किये जाना सही कदम है। देश में बने फोन का सस्ता किया जाना भी सही कदम है। सूचनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए यह बहुत जरूरी है। शहर में ही तमाम लोग ऐसे मिल जाएंगे जिनके पास मोबाइल नहीं है।

दीपक शर्मा

स्टूडेंट