LUCKNOW : मुकद्दस सफर पर रवानगी से पहले रविवार सुबह के नाश्ते में सड़ी बदबूदार बिरयानी देने पर आजमीनों का गुस्सा फूटा पड़ा। खराब खाना देने से नाराज आजमीनों ने हज हाउस में हंगामा कर नाराजगी जताई। साथ ही सऊदी एयरलाइंस व स्टेट हज कमेटी के उच्च अधिकारियों से शिकायत की। करीब एक घंटे तक चले हंगामे के बाद भी आजमीनों के नाश्ता का कोई बंदोबस्त नहीं किया गया।

बिना लंच पैकेट के किया रवाना

हज यात्रा के दूसरे ही दिन आजमीनों की सुविधाओं के लिए स्टेट हज कमेटी द्वारा विशेष इंतजाम करने के दावों की पोल खुल गई। सऊदी अरब जाने वाली दूसरी उड़ान (एसवी 5916) के लिए सुबह सात बजे 300 आजमीनों को सरोजनीनगर हज हाउस से चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे के लिए रवाना किया जाना था। हवाई अड्डे के लिए रवाना होने से पहले हज हाउस में आजमीनों को नाश्ता में रात की सड़ी बदबूदार बिरयानी, रोटी व कबाब सहित अन्य खाने का लंच पैकेट बांटा गया। आजमीनों ने जब लंच पैकेट को खोला तो वह सड़ा हुआ था और खाने में बदबू आ रही थी। नाराज आजमीनों ने लंच पैकेट को डस्टबिन में फेंक दिया और हंगामा करने लगे। इसके बाद आजमीनों को बिना लंच पैकेट के ही रवाना कर दिया गया।

लंच पैकेट में किया गया बदलाव

लखनऊ की राशिदा बानो व यासमीन तुफैल अहमद व मुहम्मद शफीक सहित अन्य आजमीनों की शिकायत के बाद नाश्ते के लिए कोई दूसरा बंदोबस्त नहीं किया गया। वहीं स्टेट हज कमेटी के सचिव विनीत श्रीवास्तव ने बताया कि आजमीनों को सऊदी एयरलाइंस की तरफ से लंच पैकेट दिया जाता है। सड़े हुए लंच की जानकारी सऊदी एयरलाइंस के अधिकारियों को दी गई। इस पर उन्होंने आगे लंच पैकेट में बदलाव की बात कही।

इसलिए जरुरी था लंच पैकेट

हज हाउस से चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे रवाना होने के समय आजमीनों को लंच पैकेट दिया जाता है। आजमीन अपनी उड़ान से चार घंटे पहले हवाई अड्डे के लिए रवाना होते हैं, फिर इसके बाद हवाई अड्डे पर एमीग्रेशन होता है। इसके बाद आजमीन अपने विमान में बैठते हैं। इस प्रक्रिया में करीब चार से पांच घंटे लगते हैं इसलिए हज हाउस में ही आजमीनों को नाश्ते के लिए लंच पैकेट दिया जाता है।

900 आजमीनों ने भरी उड़ान

मुकद्दस सफर के दूसरे दिन रविवार को उड़ान भरने वाले चार विमानों से आजमीनों के साथ तीन हज सेवकों को भी मदीना भेजा गया। हज हाउस के नोडल अधिकारी आरिफ रऊफ ने बताया कि पहली उड़ान (एसवी 5912) सुबह तीन बजे 300 आजमीनों को लेकर रवाना हुई जबकि दूसरे विमान (एसवी 5916) से 160 पुरुष व 150 महिलाओं को सुबह 11:35 बजे भेजा गया। इसी तरह तीसरी उड़ान (एसवी 5922) शाम सात बजे 300 आजमीनों को लेकर रवाना हुई।