-कानपुर में जहरीली शराब से दस की हुई मौत के बाद विभाग को किया गया एलर्ट

-सरकारी देसी ठेके पर खुफिया दारू सूंघ रही आबकारी इंस्पेक्टर्स की टीम

-दोपहर से रात तक ठेकों परचक्रमण करने का निरीक्षकों को निर्देश

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जहरीली शराब ने एक बार फिर आबकारी विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। कानपर देहात में हुई घटना के बाद तो सूबे भर में एलर्ट जारी कर जहरीली शराब की बिक्री न होने देने व उस पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। सेक्टर इंस्पेक्टर्स को खास कर निर्देश दिया गया है कि ठेके पर लगातार चेकिंग कर यह भी देखा जाए कि कोई अनुज्ञापी या सेल्समैन देसी शराब के बदले खुफिया दारू तो नहीं खपा रहा है। कानपुर देहात में सरकारी ठेके की जहरीली शराब पीने के बाद दस लोगों की हुई मौते के बाद तो अपने शहर बनारस में भी सभी देसी ठेकों की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। यही कारण है कि देसी ठेके का पौव्वा दोपहर से रात तक जांच में लगी आबकारी की टीम के लिए हौव्वा बना रहा।

रूरल एरिया में अधिक फोकस

जहरीली शराब का सेवन सबसे अधिक रूरल एरिया में हो रहा है। चाहे बड़ागांव थाना के सामने का एरिया हो, चौबेपुर में मलिन बस्ती या फिर शिवपुर थाना एरिया का कानूडीह गांव, इन सभी जगहों पर सदियों से जहरीली शराब की लहन चढ़ी रहती है। सिटी व रूरल के बार्डर इलाके में भी चोरी-छिपे शराब की बिक्री तेजी से हो रही है। जब आबकारी इंस्पेक्टर्स को चाप चढ़ती है तो दो-चार जगहों पर लहन नष्ट कराकर खानापूर्ति कर ली जाती है। खैर, आबकारी विभाग के बड़े ऑफिसर्स ने सख्त लहजे में आदेश दिया है कि जहरीली शराब सरकारी ठेके पर न पहुंचे। जहां कहीं भी चोरी छिपे खुफिया शराब की खेप तैयार की जा रही है उसे नष्ट कराया जाए।

हो चुका है सोयेपुर-कपसेठी कांड

आबकारी विभाग ने जहरीली शराब पर कड़ाई से लगाम नहीं लगाया तो फिर सोयेपुर और कपसेठी जैसी घटना के दोबारा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। अवैध शराब बनाने के लिए कुख्यात इन एरिया में बड़ी खेप तैयार की जाती है। हर रात भट्ठियां धधकती हैं और कच्ची दारू उतारी जाती है। जिसे पैकेट और खुले बोतलों में बेचा जाता है।

बिहार तक हो रही सप्लाई

जहरीली शराब के लिए बदनाम बस्तियों में तैयार किये जा रहे अवैध शराब को तस्कर अपने गुर्गो के जरिए शहर के कई इलाकों तक पहुंचाते हैं। यहीं नहीं बिहार तक अवैध शराब की सप्लाई हो रही है। शराबबंदी की वजह से बिहार में मुंहमांगी कीमत पर शराब बिक रही है। तस्करी के जरिए शराब सीमा पार पहुंच रही है। जानकारी होने के बावजूद आबकारी विभाग इस पर लगाम नहीं लगा पा रहा है।

काली कमाई कर रहा गठजोड़

रूरल एरिया में देसी शराब की भट्ठी दहक रही है लेकिन वहां तक आबकारी विभाग की टीम नहीं पहुंच पा रही है। कुछ जगहों पर छापेमारी होती तो है लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए। आबकारी और अवैध शराब कारोबारियों के गठजोड़ के चलते ही अवैध शराब की बिक्री बंद नहीं हो पा रही है। बदले में सबकी जेब भर रही है।

आबकारी निरीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने एरिया में लगातार छापेमारी कर जहरीली शराब नष्ट कराएं, साथ ही सरकारी देसी ठेकों पर भी जांच-पड़ताल जारी रखें।

करूणेंद्र प्रताप सिंह, सहायक आयुक्त आबकारी

एक नजर

आवंटित दुकानें

305

देसी शराब

167

अंग्रेजी शराब

145

बीयर

8

माडल शॉप

25 कुंतल लहन नष्ट, चार महिलाएं हिरासत में

शहर में जहरीली शराब नष्ट करने के लिए अभियान जारी है। सोमवार को आबकारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह व अभय कुमार सिंह ने चौबेपुर थाना क्षेत्र के परानापुर कंजड़ बस्ती में छापेमारी कर 25 कुंतल लहन नष्ट कराया। दस भट्ठियों पर चढ़े लहन को नष्ट कराते हुए 50 लीटर कच्ची शराब के साथ चार महिलाओं को भी हिरासत में ले लिया। बाद में इन्हें हिदायत देते हुए छोड़ा गया।