-हॉस्पिटल से मरीज की छुट्टी कराने को लेकर परिजनों का पौन घंटा हंगामा

-बदायूं रोड पर कोहनी गांव के पास बाइक सवार को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर

BAREILLY :

सड़क हादसे में घायल के इलाज में पुलिस किस तरह कमीशन का खेल करती है। यह बात मंडे रात बेपर्दा हो गई जब बदायूं रोड स्थित कोहनी मोड़ पर हुए हादसे में घायल को सरदार नगर चौकी इंचार्ज ने मिशन हॉस्पिटल भर्ती होने के लिए एम्बुलेंस से भेज दिया। जहां, इलाज शुरू होने से पहले ही हॉस्पिटल ने साढ़े सात हजार रुपए का बिल दे दिया। घायल की जेब में पड़े 52 सौ रुपए निकाल लिए। बाद में परिजन पहुंचे और दूसरे अस्पताल ले जाना चाहा, तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने डिस्चार्ज करने से मना कर दिया। कहा कि पहले पेमेंट करो। इससे नाराज परिजनों हॉस्पिटल के सामने ही धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची जिसके बाद मरीज को हॉस्पिटल से छुट्टी दी। लेकिन इसके बाद भी 1500 रुपए मरीज के परिजनों से फीस के ले लिए.सनद रहे कि इन एम्बुलेंस को पुलिस थाने और पुलिस चौकी के पास ही खड़ी करवाती है। ताकि, उन्हें तुरंत किसी घायल को अधिक कमीशन देने वाले हॉस्पिटल में भेज सकें।

सात हजार का बना दिया बिल

कैंट के क्यारा मझरा गांव निवासी सत्यवीर सिंह बाइक लेकर भमोरा की तरफ से घर आ रहा था। रास्ते में जैसे ही वह कोहनी गांव के पास पहुंचा तभी पीछे से आए अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। जिसमें बाइक सवार सत्यवीर सिंह का एक पैर कट गया। तभी पीछे से कार लेकर दातागंज की तरफ से आ रहे क्यारा गांव के प्रधान सर्वेश्वर पाल सिंह मौके पर पहुंच गए। प्रधान ने देखा कि सरदार नगर चौकी इंचार्ज घायल को निजी एम्बुलेंस से निजी हॉस्पिटल भेजने की बात कर रहे थे। जिस पर प्रधान ने घायल को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराने की बात कही तो चौकी इंचार्ज ने कहा कि मैं एम्बुलेंस ड्राइवर को फोन कर दूंगा, आप लोग पीछे से जाओ। लेकिन जब तक प्रधान हॉस्पिटल पहुंचे तो देखा एम्बुलेंस घायल को निजी हॉस्पिटल पहुंच चुकी थी। परिजनों ने तुरंत घायल को हॉस्पिटल से छुट्टी कराने की बात कही तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने मना कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि घायल की जेब में करीब 5 हजार रुपए थे वह भी हॉस्पिटल में जमा कर लिए। लेकिन जब छुट्टी के दवाब बनाया तो हॉस्पिटल ने सात हजार का बिल ि1नकाल दिया।

पौन घंटा चला हंगामा

निजी हॉस्पिटल से मरीज की छुट्टी कराने को लेकर जब हंगामा करते परिजनों को आधा घंटा से अधिक हो गया तो उन्होंने हॉस्पिटल प्रबंधन को धमकी दे डाली। परिजनों कहा कि उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं है और अगर मरीज की मौत हो गई तो वह भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। जिससे घबराया हॉस्पिटल प्रबंधन ने 3500 रुपए वापस करने के साथ पौन घंटे बाद मरीज की छुट्टी कर दी। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया।

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मैं आज हॉस्पिटल में नहीं था, और न मुझे कोई हॉस्पिटल में हुए विवाद की जानकारी है। हॉस्पिटल से जानकारी करने के बाद ही कुछ कह सकता हूं।

डॉ। हुदा, मिशन हॉस्पिटल

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कलानिधि नैथानी, एसएसपी