CHAIBASA: कोल्हान को भारत से अलग देश बताकर अलग झंडा फहराने की घोषणा करने वाले रिटायर्ड एडिशनल कलेक्टर रामो बिरूवा के दो और सहयोगियों को पुलिस ने दबोच लिया है। दोनों को सोमवार को जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार लोगों में कुमारडुंगी थाना क्षेत्र के धनसारी गांव निवासी सुरेश पाट¨पगुवा और प्रेमचंद्र पाट¨पगुवा शामिल हैं। रामो बिरूवा को दो जून को डीएसपी प्रकाश सोय के नेतृत्व में छापेमारी कर एसपीजी मिशन कंपाउंड स्थित उसके मकान से गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल रामो बिरूआ जेल में बंद है। इस मामले में रामो बिरूवा सहित 45 लोगों पर मुफ्फसिल थाने में राष्ट्रद्रोह का केस दर्ज किया गया है।

दोनों को घर से दबोचा

इसी मामले में रामो के उत्तराधिकारी आनंद चातार एवं सहयोगी मुन्ना बान सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसी मामले में सुरेश पाट¨पगुवा एवं प्रेमचंद पाट¨पगुवा का नाम भी शामिल है। इसके बाद से दोनों लोग पुलिस से छिप-छिप कर रहने लगे थे। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार नजर बनाकर रखी हुई थी। गुप्त सूचना पाकर दोनों लोगों को उनके घर से दबोच लिया।

पुलिस थी अलर्ट

डीएसपी प्रकाश सोय ने बताया कि 18 दिसंबर 2017 को रामो बिरूवा अपने सहयोगियों के साथ कोल्हान गवर्नमेंट इस्टेट द्वारा 20वें रक्तहीन बलिदान दिवस मनाने की पूरी तैयारी की जा रही थी। पुलिस इसे लेकर सतर्क थी। उसी दिन रामो बिरूवा के प्रमुख सहयोगी मुन्ना बान सिंह को कार्यक्रम स्थल से गिरफ्तार कर लिया गया था। रामो ने कहा था कि पांड्रासाली ओपी क्षेत्र के भोया गांव के टोला ¨बदीबासा में कोल्हान देश का झंडोत्तोलन किया जाएगा। इसकी भनक मिलते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गयी थी। इसके बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे थे।