RANCHI : इटकी रोड स्थित देवकमल हॉस्पिटल में इन दिनों रिंकू देवी नामक महिला भर्ती है। महिला एसिड अटैक का शिकार हुई है। जिसका इलाज अस्पताल में कराया जा रहा है। हैरानी की बात तो ये है कि महिला के घर और ससुराल वालों दोनों ने ही साथ छोड़ दिया है। ऐसे में अस्पताल महिला का मुफ्त में इलाज कर रहा है।

देखभाल करने वाला नहीं है कोई

हॉस्पिटल के बर्न यूनिट निदेशक और प्लास्टिक सर्जन डॉ राज कुमार पाठक और अस्पताल की टीम मरीज के चेहरे को ठीक करने के लिए प्रयास करती रही। चेहरा बहुत हद तक ठीक भी हो गया। वहीं, महिला ने जानकारी देते हुए कहा कि उसकी देखरेख के लिए न तो घर वाले ही आए और न ही ससुराल वाले।

रिम्स में भी चला दो महीने इलाज

महिला ने बताया कि उसके पति को बेटे की चाहत थी। दो बेटी और एक बेटा भी हुआ, लेकिन कुछ समय बाद बेटे की मौत हो गई। इससे नाराज पति ने पत्‍‌नी पर एसिड अटैक कर दिया। इससे वह पूरी तरह से जल गई। रिम्स में महिला का करीब दो महीने तक इलाज चला। इसके बाद उसे 10 अगस्त को महिला को देवकमल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।

सरकार ने दिए इलाज के लिए 3 लाख

इतना ही नहीं सरकार की ओर से पीड़िता के खाते में 3 लाख रुपये डाले गए हैं। लेकिन परिवार वाले हॉस्पिटल को पैसा देने को तैयार नहीं है। महिला ने बताया कि वकील उन्हें हॉस्पिटल को पैसा देने के लिए मना कर रहे हैं। वहीं, अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि जान-पहचान के लोगों ने इसके बारे में जानकारी दी और इस पेशेंट को देखने के बाद लगा इनका इलाज करना चाहिए।

पैसा मिले न मिले, इलाज जारी रहेगा

हॉस्पिटल के संचालक डॉ। अंनत सिन्हा ने बताया कि सरकार के द्वारा एसिड अटैक में घायल मरीज के इलाज के लिए मदद की जाती है। लेकिन इसका पैसा अस्पताल को अभी तक नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि पिता को भी जानकारी दी गई है, लेकिन, अब तक वह नहीं लौटे। फिर भी वो इनका इलाज करेंगे और उम्मीद करते हैं 2 साल में इनका चेहरा आप लोगों के सामने बेहतर करके दिखाएंगे।