- डीडीयू के होमसाइंस डिपार्टमेंट में छत की टाइल्स के नाम पर घपले को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने किया था उजागर

- खबर प्रकाशित होते ही हरकत में यूनिवर्सिटी प्रशासन, कैंपस और प्रशासनिक भवन में मचा हड़कंप

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के होम साइंस डिपार्टमेंट में छत मरम्मत के नाम पर 48 लाख की टाइल्स लगा देने की पोल खुलते ही यूनिवर्सिटी प्रशासन हरकत में है। अपने निर्णय पर विचार करने और कार्रवाई करने के बजाय मरम्मत कार्य में खामी दिखा कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का निर्णय लिया है।

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से न्यूज पब्लिश की तो कैंपस से लेकर प्रशासनिक भवन में हड़कंप मच गया। वीसी प्रो। वीके सिंह ने आरईएस (ग्रामीण अभियंत्रण सेवा) एजेंसी के भुगतान पर रोक लगा दी है। साथ ही इस फर्म को यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य में ब्लैक लिस्ट करने की बात कही है।

खबर छपी तो सीधे वीसी ने लिया संज्ञान

डीडीयूजीयू के होमसाइंस डिपार्टमेंट में रूसा के बजट से 48 लाख रुपए में आरईएस फर्म के जरिए मरम्मत व टाइल्स लगाए जाने का काम कराया गया था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में सामने आया कि टाइल्स लगाने के नाम पर 48 लाख रुपए खर्च कर दिए गए हैं। वीसी प्रो। विजय कृष्ण सिंह ने छुट्टी पर होने के बाद भी दैनिक जागरण आई नेक्स्ट न्यूज पेपर में 'छत मरम्मत के नाम पर बिछा दी 48 लाख की टाइल्स' खबर को संज्ञान लेते हुए फर्म के भुगतान पर रोक लगाने के साथ-साथ ब्लैक लिस्ट करने की बात कही है। वीसी ने कहा कि इस फर्म की शिकायत विकास समिति में उठ चुकी है। हेड ऑफ डिपार्टमेंट ने भी इसकी शिकायत की थी। बताया गया था कि फर्म ने कई अन्य गड़बडि़यां भी की हैं।

एग्रीमेंट के वक्त ही हो गया था डिसाइड

वीसी ने बताया कि यूनिवर्सिटी में जो भी काम हो रहे हैं, सभी एजेंसी के थ्रू हो रहे हैं। जो एजेंसी गड़बड़ काम करेगी उसके भुगतान रोकने के साथ-साथ ब्लैक लिस्ट करने का आदेश एग्रीमेंट के वक्त ही था। ऐसे में छत मरम्मत कराने वाली फर्म आरईएस (ग्रामीण अभियंत्रण सेवा) को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।

यूनिवर्सिटी के पास नहीं है जवाब

छत पर टाइल्स लगाने की खबर आने के बाद यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार एक-दूसरे की तरफ देखने लगे हैं। चूंकि बोर्ड ऑफ डायरेक्ट्रेट का टाइल्स लगाने का फैसला है तो कोई कुछ नहीं बोल रहा। अब सवाल उठ रहा है कि जितनी तेजी से फर्म पर कार्रवाई की गई है, क्या इतनी तेजी बोर्ड के फैसले पर दिखेगी। यूनिवर्सिटी किस पर कार्रवाई करेंगे और कब।

वर्जन

होमसाइंस डिपार्टमेंट में काम करने वाली एजेंसी ने काम खराब किया है। उसका भुगतान रोक दिया गया है। साथ ही उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा।

प्रो। वीके सिंह, वीसी, डीडीयूजीयू