क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : रिम्स प्रशासन ड्यूटी के दौरान प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर्स के खिलाफ एक्शन लेने के मूड में है. डायरेक्टर डॉ डीके सिंह ने वैसे डॉक्टर्स के खिलाफ शोकॉज जारी करने का आदेश दिया है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ड्यूटी के वक्त जो प्राइवेट प्रैक्टिस करते पाए जाएंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ झारखंड सर्विस एक्ट के तहत कार्रवाई भी की जाएगी. बताते चलें कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में 9 अप्रैल को प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों से संबंधित खबर पब्लिश होने के बाद हेल्थ सेक्रेटरी ने रिम्स डायरेक्टर को पत्र लिखकर प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है.

जांच कमिटी करेगी इंक्वायरी

प्रैक्टिस करने वाले और प्राइवेट क्लिनिक में मरीजों को बुलाने वाले डॉक्टरों की कंप्लेन हेल्थ डिपार्टमेंट और डायरेक्टर के पास की गई है. इसके बाद उन डॉक्टरों को पहले शोकॉज जारी किया जाएगा. ऐसे में वे जवाब नहीं देते है तो उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी. इसके बाद भी वे अपने ऊपर लगाए गए चार्जेज से इंकार करते है तो कंप्लेन करने वालों को बुलाकर वैरीफिकेशन कराया जाएगा. जिससे इतना तो साफ हो गया है कि इस बार रिम्स प्रबंधन किसी तरह से राहत देने के मूड में नहीं है.

मद्रास हाईकोर्ट का अनोखा जजमेंट

डायरेक्टर डॉ डीके सिंह ने बताया कि मद्रास हाईकोर्ट ने कुछ दिन पहले गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स में ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों के खिलाफ अनोखा फैसला दिया है. जिसमें डॉक्टर अगर दो दिन ड्यूटी से गायब पाया जाता है तो उनके रजिस्ट्रेशन को भी कैंसिल किया जा सकता है. वहीं, हॉस्पिटल प्रशासन चाहे तो इसकी सूचना एमसीआई को भी दे सकता है. जब मद्रास में हाईकोर्ट ने आदेश दे दिया है तो जल्द ही यह आदेश झारखंड में भी लागू होगा.

अपनी और रिम्स की छवि खराब नहीं करें

डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस से आहत डायरेक्टर डॉ.डीके सिंह ने रिम्स के वैसे डॉक्टर जो प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे है उनसे अपील की है. साथ ही कहा है कि वे अपने ड्यूटी से भाग नहीं सकते है. इसलिए रिम्स में बिना किसी स्वार्थ के अच्छे से ड्यूटी करें. साथ ही खुद और रिम्स की छवि को खराब न करें.