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RANCHI :
एडीजी तदाशा मिश्रा के इकलौते बेटे अत्येंद्र अन्वेष मिश्रा (26 वर्ष) ने उनके बॉडीगार्ड के सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। अत्येंद्र शुक्रवार की सुबह महिलौंग स्थित घर से एयरपोर्ट जाने के लिए निकले थे। उन्हें एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने बेंग्लुरु जाना था। एयरपोर्ट रोड में स्कार्पियो में पीछे बैठे अत्येंद्र ने बॉडीगार्ड दिलीप कुमार सिन्हा से उनकी सर्विस रिवाल्वर मांगी और सीने में बाई तरफ सटा कर खुद ही फायरिंग कर ली। अत्येंद्र द्वारा खुद को गोली मारे जाने के बाद बॉडीगार्ड ने एडीजी तदाशा मिश्रा के मोबाइल पर फोन कर पूरे मामले की जानकारी दी। आनन-फानन में अत्येंद्र को मेडिका अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के वक्त एडीजी तदाशा मिश्रा भुवनेश्वर के कटक में थीं। इकलौते बेटे की मौत की सूचना मिलने के बाद वह देर शाम रांची पहुंचीं। अत्येंद्र के शव का पोस्टमार्टम रिम्स में कराया गया। पोस्टमार्टम के दौरान इस बात की पुष्टि हुई है कि पिस्टल को सीने में पूरी तरह सटा कर गोली मारी गई है। अत्येंद्र, तदाशा मिश्रा के पहले पति से पुत्र थे। उनके पहले पति सीआरपीएफ में आईजी हैं।

सुबह दस बजे की घटना

रांची डीआईजी अमोल वी होमकर ने बताया कि 11.30 बजे अत्येंद्र की बेंग्लुरु की फ्लाइट थी। 10 बजे वह एयरपोर्ट रोड में पहुंचे थे। डीआईजी ने बताया कि खुदकुशी में इस्तेमाल की गई 9 एमएम की सर्विस रिवाल्वर को जब्त कर लिया गया है। एफएसएल ने मृतक अत्येंद्र, बॉडीगार्ड दिलीप कुमार सिन्हा और चालक गोप का हैंड वॉश भी लिया है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि फायरिंग किसने की है। घटना के संबंध में डोरंडा थाने में यूडी केस दर्ज कर लिया गया है। एसएसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि घटना में एफएसएल द्वारा भी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पुलिस ने घटना के संबंध में चालक और बॉडीगार्ड का बयान भी दर्ज किया है।

बॉडीगार्ड व ड्राइवर ने दिया बयान

पुलिस को दिए बयान में ड्राइवर और बॉडीगार्ड ने बताया कि अत्येंद्र बेंग्लुरु जा रहे थे। इस दौरान हिनू से एयरपोर्ट के बीच उन्होंने बॉडीगार्ड से रिवॉल्वर मांगी और खुद के सीने में गोली मार ली। घटना के बाद पुलिस ने रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है। रिवॉल्वर पर फिंगर प्रिंट की जांच की जा रही है। साथ ही एसएफएल की टीम गाड़ी की भी जांच कर रही है। घटना के समय कार में मौजूद ड्राइवर और बॉडीगार्ड से रांची एसएसपी खुद पूछताछ कर रहे हैं। एडीजी के बेटे ने बॉडीगार्ड के ही हथियार से खुद को गोली मारी थी। पुलिस इस मामले में और भी सबूत जुटाने में लगी हुई है।

सुसाइड के कारणों का खुलासा नहीं

तदाशा मिश्रा इस वक्त रांची में मौजूद नहीं हैं। घटना की सूचना के बाद वे रांची के लिए रवाना हो गईं हैं। उन्हें गुरुवार को ही एडीजी पद पर प्रमोशन मिला है। आईपीएस तदाशा अभी स्पेशल सेक्रेटरी, होम के पद पर कार्यरत हैं। तदाशा मिश्रा 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं, एडीजी का परिवार ओडि़शा का रहने वाला है।

मेडिकल की पढ़ाई करने जा रहे थे बेंगलुरू

जानकारी के मुताबिक, अत्येंद्र अन्वेष बेंगलुरु में मनिपाल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई करता थे। दो साल पहले अत्येंद्र ने पढ़ाई अधूरी छोड़ दी थी। इसके बाद वह रांची आकर रहने लगे थे। रांची में कुछ दिनों तक शेयर ट्रेडिंग के काम से भी अत्येंद्र जुड़े रहे। इस दौरान परिजनों ने मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने का दबाव डाला था। अत्येंद्र को सिर्फ एक सेमेस्टर की पढ़ाई पूरी करनी थी। ऐसे में वह दोबारा बेंग्लुरु जाने को राजी हो गए थे। अत्येंद्र के तनाव में होने की बात भी बताई जा रही है।

दो साल बाद मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने जा रहे थे अत्येन्द्र

जानकारी के मुताबिक, अत्येंद्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। मेडिकल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ कर वह दो साल पहले वापस लौट आया था। बताया जाता है कि शुरुआत में वह मेडिकल की पढ़ाई करना चाहता था। लेकिन दो-तीन साल तक पढ़ाई करने के बाद वह मेडिकल की पढ़ाई नहीं करना चाहता था। इस कारण वापस लौट आया था। हालांकि वह दोबारा मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने को तैयार हो गए थे।