क्रासर

- जिला प्रशासन शुरू करेगा अभियान, जनता से सहयोग की अपील

- शहर को साफ रखने के लिए आप भी कर सकते हैं पहल

1. 15 अगस्त से जिले को पूरी तरह से पॉलीथिन मुक्त करने की तैयारी

2. सरकारी कार्यालयों में नशामुक्ति का दिलाया जाएगा संकल्प

3. जिले को ओडीएफ घोषित करने के लिए प्रभावी पहल

काशी तीन लोक से न्यारी कही जाती है। धर्म और आध्यात्म की राजधानी को करीब से समझने के लिए देश-दुनिया से लोग आते हैं। मगर यहां आने के बाद गंदगी, प्रदूषण और यहां के लोगों की कुछ आदतों की वजह से पर्यटक कुछ खराब अनुभव भी लेकर जाते हैं। 15 अगस्त से जिला प्रशासन ने इन कुछ बुरी आदतों को खत्म करने के लिए कमर कस ली है। इसके लिए जनता से भी सहयोग की उम्मीद की गई है।

पॉलीथिन मुक्त हो जाएगा शहर

प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश को पॉलीथिन मुक्त करने की घोषणा की है। इस क्रम में वाराणसी को 15 अगस्त से पॉलीथिन मुक्त करने की तैयारी कर ली गई है। महीनों से 50 माइक्रॉन से पतली पॉलीथिन के खिलाफ छापेमारी और जागरूकता फैलाई जा रही है। ज्यादातर जगहों पर अब पॉलीथिन मिलना बंद भी हो चुका है। 15 अगस्त से इनपर पूरी तरह रोक लग जाएगी और इन्हें बेचने और इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ जुर्माना और चालान किया जाएगा।

सरकारी दफ्तरों ने गुटखा-पान-तंबाकू बैन

15 अगस्त को तिरंगा फहराने के बाद सभी सरकारी दफ्तरों, अस्पतालों और ग्राम पंचायतों में भी नशामुक्ति का संकल्प लिया जाएगा। प्रमुख सचिव चिकित्सा के आदेश पर सरकारी परिसरों में गुटखा-पान-तंबाकू पर पूरी तरह रोक लगाने की तैयारी कर ली गई है। डीएम सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अगले चरण में शहर और देहात के सार्वजनिक स्थलों, मंदिर-पार्क-मॉल आदि में भी तंबाकू उत्पादों पर रोक लगाई जाएगी।

खुले में शौचमुक्त शहर की कारगर पहल

वाराणसी को दो अक्टूबर से ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) घोषित करने की तैयारी है। इसके लिए 15 अगस्त से प्रशासन ने कारगर पहल करने की तैयारी कर ली है। शहर में 100 से ज्यादा मूत्रालय बनवाए जा रहे हैं। साथ ही 24 घंटे इनकी साफ-सफाई की व्यवस्था भी की जाएगी। खुले में गंदगी करने वालों की निगरानी के लिए विशेष टीमें भी गठित की जाएंगे।

बयान

15 अगस्त को सभी सरकारी परिसरों में नशामुक्ति का संकल्प सभी कर्मचारियों को दिलाया जाएगा। इनके अलावा शहर को पॉलीथिन मुक्त करने की भी तैयारी कर ली गई है। स्वच्छता अभियान के तहत ओडीएफ की दिशा में भी प्रयास हो रहे हैं। सभी कर्मचारियों और शहर की आम जनता से अपील है कि इसके लिए सहयोग करें।

सुरेंद्र सिंह, डीएम वाराणसी

क्या कहते हैं गणमान्य लोग

नशा तो वैसे ही आदमी की क्षमताओं को आधा कर देता है। गंदगी और प्रदूषण भी तमाम बीमारियों के कारक हैं। शहर के लोगों को इन तीनों आदतों को समय रहते बदल लेना चाहिए। ताकि वाराणसी दुनिया के सामने एक मिसाल पेश कर सके।

डॉ। अरविंद सिंह, अध्यक्ष आईएमए

शहर को गंदा रखना और प्रदूषण करना आखिरकार यहां के रहने वालों के लिए ही नुकसानदेह है। गली-मोहल्लों और घरों में होने वाले छोटे-छोटे बदलाव भी बड़ी क्रांति ला सकते हैं। शहर के निवासियों को इस तरह भी सोचना चाहिए।

प्रभुनाथ पांडेय, अध्यक्ष सेंट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी

विश्वपटल पर वाराणसी का नाम तेजी से उभरा है। यहां के मूल निवासी होने के नाते हर नागरिक का यह फर्ज है कि शहर को बदलने के प्रयासों में सहयोग करे। अधिवक्ता समाज प्रशासन की हर मुहिम में सहयोग करेगा।

नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, अध्यक्ष बनारस बार एसोसिएशन

15 अगस्त तक शहर को पॉलीथिन मुक्त करने का प्रयास चल रहा है। नगर निगम की टीमें प्रतिदिन पॉलीथिन के दुकानदारों पर कार्रवाई कर रही है। आम जनता को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।

अजय कुमार सिंह, प्रभारी नगर आयुक्त

15 अगस्त को हम भी लें यह संकल्प

- बिना हेलमेट नहीं चलाएंगे बाइक

- कार चलाते वक्त करेंगे सीट बेल्ट का इस्तेमाल

- यातायात के नियमों का सख्ती से करेंगे पालन

- सार्वजनिक स्थानों पर नहीं करेंगे गंदगी

- घाटों पर साफ-सफाई का रखेंगे ख्याल