अब तो रोड ही है अपना 'घरÓ

आवास विकास की खस्ताहाल रोड सही कराने की मांग को लेकर पदम प्लाजा पर धरने पर बैठे लोगों के लिए अब रोड ही उनका घर बन गया है। लोगों ने कसम खा रखी है कि जब तक रोड को ठीक नहीं कराया जाएगा तब तक वह रोड पर ही बैठे रहेंगे।

रोड पर ही सोना और है खाना

रोड की मांग को लेकर धरने पर बैठे लोगों का खाना-पीना और सोना भी रोड पर ही होने लगा है। फिर चाहे कड़ाके की सर्दी पड़ रही हो अथवा घना कोहरा।

यहीं से चल रहा घर-परिवार

धरने पर बैठे लोगों के परिवार का संचालन भी रोड से ही हो रहा है। फैमिली के लोगों का ध्यान रखा जा सके इसके लिए अपने लोगों को अपने पास ही बुला लिया है। उनके द्वारा ही लोग अपनी फैमिली पर नजर बनाए हुए हैं।

टैक्स लेते हैं लेकिन काम कुछ नहीं होता

जिस काम के लिए लोग धरने पर बैठे हुए हैं, उस काम को सिटी के डिपार्टमेंट द्वारा पहले ही करवा देना चाहिए था लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लोगों का कहना है कि एडीए हो अथवा नगर निगम दोनों ही टैक्स वसूलने में आगे रहते हैं लेकिन जब बात विकास की आती है तो दोनों ही डिपार्टमेंट को मानो जैसे सांप सूंघ जाता है।

इन्द्र विक्रम सिंह,नगर आयुक्त

आवास विकास की रोड का पैसा आवास विकास डिपार्टमेंट को दिया गया था, उसे ही रोड को बनवाना था। सिटी की बाकी खराब रोड को बनवाने के प्रयास किए जा रहे हैं.