यह भी जानें

-4 मई को वार्ड किया गया शुरू

-2 मरीज इस समय वार्ड में एडमिट

-40 लाख रुपए से बनकर तैयार हुआ वार्ड

-24 घंटे डॉक्टर और स्टाफ रहेगा उपलब्ध

-जिला अस्पताल में शुरु हुआ दस बेड का अडल्ट वार्ड

- मूलभूत सुविधाओं से लैस है वार्ड, वरिष्ठ नागरिकों को मिलेगा वीआईपी ट्रीटमेंट

बरेली : जिला अस्पताल में सीनियर सिटीजन अक्सर इलाज के लिए भटकते रहते हैं. साथ ही उन्हें जिन वार्डो में एडमिट किया जाता है. वहां ठीक तरह से ट्रीटमेंट भी नहीं किया जाता है. इन ही सब समस्याओं को देखते हुए जिला अस्पताल में अब 4 मई से अडल्ट वार्ड शुरु हो गया है. इसमें सिर्फ सीनियर सिटीजनों को एडमिट कर उनका इलाज किया जाएगा.

आयुष्मान बिल्डिंग में बना वार्ड

स्वास्थ्य विभाग की ओर से नवंबर में अडल्ट वार्ड बनाने की कार्य योजना ं शासन को भेजी थी. दिसंबर माह में प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई और 40 लाख रुपये का बजट भी जारी कर दिया गया. इसके बाद हार्ट वार्ड के ठीक सामने वाली आयुष्मान बिल्डिंग में वार्ड बनाने के लिए जगह की पहचान की गई और वार्ड का काम शुरू किया गया था.

यह मिलेंगी सुविधाएं

अडल्ड वार्ड में अभी दस बेड रखे गए हैं. गर्मी को देखते हुए उसमें एसी भी लगाया गया है. वहीं पानी के लिए आरओ सिस्टम भी लगा है. मरीज के साथ रुकने वाले तीमारदारों को एक बेड मिलेगा.

यह स्टाफ 24 घंटे रहेगा मौजूद

वार्ड में सीनियर सिटीजन को किसी भी प्रकार परेशानी न हो इसके लिए वार्ड में 24 घंटे एक डॉक्टर, दो नर्स और एक वार्ड ब्वॉय की तैनाती की गई है. साथ ही डॉक्टरों ने बताया कि मरीज बढ़ने पर स्टाफ भी बढ़ाया जाएगा.

वार्ड में ही मिलेगी दवा

अगर किसी कारण वश किसी मरीज के साथ कोई भी तीमारदार मौजूद नहीं है तो उसकी दवाई लाने की जिम्मेदारी भी स्टाफ को दी गई है. स्टाफ मरीज की दवाई जब ही लाएगा, जब तीमारदार मरीज के साथ उपस्थित नहीं होगा.

पहले दिन भर्ती हुए दो मरीज

वार्ड शुरु होने के पहले दिन ही दो बुजुर्ग मरीजों को वार्ड में भर्ती किया गया जिनके ट्रीटमेंट की जिम्मेदारी खुद सीएमएस ने ली. अब उनका इलाज पूरा होने तक सीएमएस ही उनकी जांच और देखभाल की जानकारी रखेंगे.

गंभीर बीमारी के मरीज ही होंगे भर्ती

एडल्ट वार्ड में उन्ही मरीजों को भर्ती किया जाएगा जो गंभीर बीमारी से पीडि़त होंगे या फिर उनका ऑपरेशन होना हो. ऐसे ही क्रिटीकल मरीज इस वार्ड में भर्ती किए जाएंगे.

वर्जन ::

अडल्ट मरीजों के लिए वार्ड शुरु हो गया है. वार्ड बनने से गंभीर बीमारियों से पीडि़त सीनियर सिटीजन को काफी सहूलियत मिलेगी. वार्ड में पूरी तरह से मूलभूत सुविधाओं से लैस है.

डॉ. केएस गुप्ता, एडीआईसी.