-प्रश्न आसान होने के कारण कट ऑफ जाएगा हाई

-चंपारण सत्याग्रह, बिहार में आपदा से भी पूछे गए सवाल

PATNA: रविवार को बीपीएससी की ओर से सीडीपीओ की मुख्य परीक्षा का आयोजन किया गया। इसके लिए पटना में एक मात्र सेंटर गर्दनीबाग ग‌र्ल्स हाईस्कूल में परीक्षा हुई। जीएस फ‌र्स्ट पेपर था। कुल मा‌र्क्स 300 और समय तीन घंटे। दस साल के बाद हुई इस परीक्षा के प्रश्नों को लेकर स्टूडेंट्स को ज्यादा कुछ आइडिया नहीं था, हालांकि प्रश्न पूरी तरह से अवधारणात्मक रहा। प्रश्न तीन सेक्शन में बटा था। जिसमें पहले सेक्शन से पांच प्रश्नों में से तीन, दूसरे सेक्शन के पांच प्रश्नों में से तीन और तीसरे सेक्शन से चार में से दो प्रश्नों का उत्तर देना था। 427 कैंडिडेट्स मेंस की परीक्षा में शामिल हुए। इसका रिजल्ट मई में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद इंटरव्यू के लिए सफल कैंडिडेट को कॉल किया जाएगा। उम्मीद है कि करीब 80 कैंडिडेट को कॉल किया जाएगा।

जॉब वाले सबसे अधिक

इस परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट की प्रोफाइल की बात करें तो पता चलता है कि बीपीएससी की प्रशासनिक सेवा और में शामिल होने वाले और जॉब करने वाले कैंडिडेट्स अधिक रहे। जॉब में सरकारी और प्राइवेट दोनों ही स्ट्रीम से शामिल कैंडिडेट मिले। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बातचीत में जॉब करने वाले कैंडिडेट्स ने कहा कि कब कौन सी परीक्षा कैंसिल हो जाए, हाईकोर्ट में मामला चला जाए और ऐसी ही समस्या हो, इसलिए अब जॉब के साथ ही परीक्षा की तैयारी करना बेहतर है। इसके अलावा बीपीएससी की प्रशासनिक सेवा में शामिल होने वाले कैंडिडेट भी इसमें शामिल हुए।

96000 ने किया था अप्लाई

बिहार में अभी भी सरकारी नौकरी के प्रति यहां के लोगों का रुझान यथावत है। कोई बदलाव नहीं है। इस परीक्षा की पीटी में कुल करीब 96000 कैंडिडेट्स ने आवेदन किया था। जिसमें से मेंस के लिए मात्र 427 कैंडिडेट्स शामिल रहे। जानकारी हो कि वर्ष 1998 में 284 सीट पर एग्जाम लिया। इसमें सभी महिला कैंडिडेट शामिल थे। इसके बाद वर्ष 2005 में विज्ञापन निकाला गया। जबकि परीक्षा का रिजल्ट 2008 में घोषित किया गया। इसके बाद अब परीक्षा ली गई। उल्लेखनीय है कि इसमें पहली बार पुरुष कैंडिडेट्स को भी शामिल किया गया। इससे पहले महिलाएं ही इसमें पार्टिसिपेट करती रही थीं। अब इसमें महिला कैंडिडेट्स को चुनौती मिलेगी।

ऐसे प्रश्न रहे शामिल

प्रश्न पत्र तीन सेक्शन में बांटा गया था। इसमें चंपारण आंदोलन, भारतीय कृषि, राष्ट्रीय विकास में हानिकारक बातें औ कश्मीर समस्या के हल का उपाय आदि से प्रश्न पूछे गए। वहीं, सेक्शन टू से एक रोचक प्रश्न भी पूछा गया। इसमें बताना था कि बिहार मानव संसाधन की दृष्टि से समृद्ध राज्य है जबकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पद्र्धाओं में इसका योगदान नग्णय क्यों है?

हर ब्लॉक में नियुक्ति

परीक्षा विशेषज्ञ आर्यन राज ने कहा कि यह परीक्षा दस साल के बाद हो रही है। उम्मीद थी कि करीब 250 पदों पर विज्ञापन निकाला जाएगा। लेकिन बताया जाता है कि इस बार काफी बैकलॉग होने के कारण कई कैंडिडेट का एज लैप्स कर गया। नियमत: हर ब्लॉक में एक सीडीपीओ की नियुक्ति होनी चाहिए। बिहार में कुल 534 ब्लॉक है। जबकि करीब 250 पद रिक्त हैं। सभी पदों पर बहाली होनी चाहिए।

सीटें बढ़ाने की मांग

परीक्षा केन्द्र पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने विभिन्न कैंडिडेट्स से बातचीत की। इसमें उन्होंने कहा कि जिस प्रकार वर्ष 2008 में विज्ञापन में कुल 95 सीटों के लिए रिक्तियां थी, जबकि चयन के लिए सीटों की संख्या बढ़ाकर 210 कर दिया गया था। इस बार भी कैंडिडेट् की मांग है कि इस बार रिक्तियां मात्र 30 हैं जिसे बढ़ाया जाना चाहिए।

चार आप्शनल पेपर

सोमवार को जीएस पेपर टू की परीक्षा आयोजित की जाएगी। जबकि मंगलवार को ऑप्शनल पेपर की परीक्षा होगी। सीडीपीओ परीक्षा में चार ऑप्शनल पेपर होता है जिसमें कोई एक विषय आप्शनल रखना होता है। इसमें चाइल्ड डेवलपमेंट, न्यूट्रिशन, साइकोलाजी और एलएसडब्ल्यू के पेपर शामिल है। जबकि बीपीएससी में 36 आप्शनल पेपर चुनने का नियम है।