- पुलिस ने की हवाई फाय¨रग, आक्रोश और भड़का, पथराव में डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी

- ग्रामीणों ने लगाया दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप, दो दिन पहले ट्रेन से गिर जख्मी हो गई थी छात्रा

BHABHUA/PATNA: रामगढ़ थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के बाद नाबालिग छात्रा की हत्या को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने थाना फूंक डाला। पथराव में डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। दो दिन पहले छात्रा मोहनिया के पास ट्रेन से गिर गई थी। रेल पुलिस ने उसे मोहनिया के अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से वाराणसी रेफर कर दिया गया। गुरुवार को इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। परिजन रात में शव लेकर गांव पहुंचे। वहां सामुदायिक केंद्र में समाज के लोगों की बैठक हुई। इसके बाद सुबह ग्रामीणों ने शव के साथ सड़क जाम कर दिया।

जाम हटाने गई थी पुलिस

जाम हटाने पहुंची पुलिस के साथ नोंकझोंक हुई। बात बढ़ती गई और ग्रामीणों ने थाना पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि छात्रा के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई है। वे अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने एक सीएसपी संचालक पर आरोप लगाया, जिस पर डीआईजी ने जांच का आश्वासन दिया है। अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

दर्जनों वाहनों में लगाई आग

ग्रामीण इतने उग्र थे कि सड़क जाम करने के बाद थाने की दो गाड़ी सहित वहां रखे दर्जनों वाहनों में आग लगा दी। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हवाई फाय¨रग की। इससे ग्रामीण और आक्रोशित हो गए। उन्होंने थाना की फाइलों में भी आग लगा दी। वायरलेस सिस्टम सहित सभी थाने के यंत्र धू-धू कर जलने लगे। हाजत में बंद लोगों को भी छुड़ा लिया।

लोगों ने की डीएसपी की पिटाई

उपद्रवियों के पथराव व पिटाई से डीएसपी रघुनाथ सिंह, एसआइ दीनदयाल पांडेय सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस को कई बार पीछे हटना पड़ा। ग्रामीणों द्वारा डीएसपी की पिटाई के बाद पुलिस हवा में फाय¨रग करते हुए पीछे भागने लगी। यह देख उपद्रवियों ने थाना में दुबारा आग लगा दी। जिले से पहुंचा पुलिस बल भी उपद्रवियों के आगे लाचार दिखा।

एक करोड़ की संपत्ति का नुकसान

प्रशासन के प्रारंभिक आकलन के अनुसार इस घटना में एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। थाने की संचिकाएं तथा वायरलेस सिस्टम जल कर राख हो गया है। नए भवन के सभी शीशे चकनाचूर हो गए। उपरी मंजिल से थाने के पदाधिकारी छत से कूद कर भागते नजर आए। अश्रु गैस का गोला छोड़ने व हवाई फाय¨रग के बाद भी उपद्रवियों पर असर नहीं पड़ा। पटना में बैठक के कारण डीएम और एसपी जिला मुख्यालय में नहीं थे, इसलिए कनीय अधिकारियों ने स्थिति संभालने की कोशिश की। सूचना मिलने के बाद डीआईजी भी पहुंचे और ग्रामीणों को घटना की उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन दिया। बहरहाल, स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।