RANCHI : पीटीपीएस पावर प्लांट का स्वामित्व एनटीपीसी को सौंपे जाने के राज्य सरकार के प्रयास के विरोध में मंगलवार को पीटीपीएस गेट पर धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस धरना में पीटीपीएस के कर्मचारी, पदाधिकारी, ठेका श्रमिक, अनुबंधकर्मी व पेंशनधारी शामिल हुए। साथ ही इस आंदोलन में पीटीपीएस क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

पूरे राज्य में होगा विरोध

पंचायत प्रतिनिधियों ने इस बात का ऐलान किया कि राज्य सरकार अगर अपने इस फैसले पर अड़ी रहेगी तो राज्य स्तर पर इसके विरोध का विगुल फूंका जाएगा। श्रमिक नेताओं ने पीटीपीएस के खस्ताहाल होने का ठीकरा यहां व्याप्त भ्रष्टाचार व प्रबंधकीय अकुशलता पर फोड़ा। साथ ही पीटीपीएस प्लांट के माध्यम से पूर्व में हुई लाखों-करोड़ों की लूट को छिपाने के लिए पीटीपीएस के स्वामित्व को बदलने का कारण बताया।

धरना कार्यक्रम को आंदोलन समिति के संयोजक निरंजन लाल, मुखिया किशोर महतो, दिलीप सिंह, देवेंद्र जोशी, नगीना देवी, कौशलेंद्र कुमार, राजनाथ सिंह, वीरेंद्र कुमार सिंह, सुजीत पटेल, वारिस खान, रामेश्वर महतो आदि ने संबोधित किया।

बिजली उत्पादन 35 मेगावाट

पीटीपीएस की एक मात्र चालू इकाई संख्या छह से मंगलवार को क्रमश: 35 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा सका।

आइजी तदाशा ने लिया जिले का हाल

बोकारो प्रक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक तदाशा मिश्रा मंगलवार को रामगढ़ पहुंची। इस दौरान एसपी कार्यालय में बैठक के दौरान उन्होंने एसपी डॉ। एम तमिल वाणन सहित एसडीपीओ, डीएसपी व पुलिस निरीक्षकों से जिले का हाल लिया। बारी-बारी से उन्होंने अधिकारियों से समस्याओं की जानकारी ली। नए समाहरणालय परिसर में व्यवस्था से निराश आइजी तदाशा ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि नए डीसी साहब व्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त करेंगे। वर्तमान में यहां की स्थिति देख निराशा ही हुई है। बैठक के दौरान आइजी के अलावा डीआइजी उपेंद्र कुमार, एसपी डॉ। एम तमिल वाणन आदि मौजूद थे। बैठक के बाद पहली बार एसपी ऑफिस पहुंची आइजी को जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।