अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साथ हुई प्रशासन की समन्वय बैठक

मुख्य अभियंता को लगातार निरीक्षण का दिया गया निर्देश

ALLAHABAD: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के साथ शुक्रवार को प्रशासन की समन्वय बैठक हुई। अखाड़ों में हो रहे निर्माण कार्यो को लेकर कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने संत-महात्माओं को बताया कि प्रयागराज में कुल 13 अखाड़ों में से 12 अखाड़ों में संत निवास, रसोईयां व विश्राम गृह जैसे निर्माण कार्यो को 15 नवम्बर तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसमें से आठ अखाड़ों में निर्माण कार्य 31 अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। इस पर कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल ने कार्यदायी संस्था पीडब्लूडी के मुख्य अभियंता को स्वयं अखाड़ों में जाकर लगातार कार्यो की प्रगति और निरीक्षण करने का निर्देश भी दिया।

प्रजेंटेशन में दिव्यता का एहसास

प्रशासन की अखाड़ा परिषद के साथ हुई बैठक में कुंभ मेला के दौरान किस तरह से सुविधाएं दी जाएगी, श्रद्धालुओं के लिए क्या-क्या किया जाएगा। इन सब को लेकर विभागीय अधिकारियों के द्वारा प्रजेंटेशन दिया गया। बैठक में कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल, परिषद अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि, महामंत्री महंत हरी गिरि, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, डीआईजी कुंभ मेला केपी सिंह, नगर आयुक्त अविनाश सिंह आदि मौजूद रहे।

महत्वपूर्ण तथ्य

सफाई व्यवस्था को उच्च स्तरीय बनाने के लिए एक लाख 22 हजार शौचालयों का निर्माण कराया जाएगा।

बीस हजार से अधिक डस्ट बिन का प्रयोग किया जाएगा और 40 काम्पैक्टर गाडि़यों व 120 टिपर गाडि़यों का इस्तेमाल किया जाएगा।

सुरक्षा की दृष्टि से मेला के बीस सेक्टरों में 40 थाना, 58 पुलिस चौकी, 44 पाण्टून चैकी, व चार पुलिस लाईन होगी।

135 वॉच टावरों से मेला की निगरानी की जाएगी।

झूंसी, अरैल व परेड एरिया में तीन महिला थाना स्थापित किया जाएगा।

दस अक्टूबर से ही पुलिस बल कुंभ मेला की ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा।

इसमें 12 अपर पुलिस अधीक्षक व आठ हजार से अधिक पुलिस फोर्स होगी।

12000 हेक्टेयर एरिया में पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी और यातायात डायवर्जन के लिए 43 वॉच डायरेक्शन टॉवर स्थापित किए जाएंगे।

पांच सौ से अधिक शटल बसें पार्किंग स्थलों से मेला एरिया तक चलाई जाएगी।

पूरे मेला एरिया व सिटी में सीसीटीवी से निगरानी रखने के लिए एवं समन्वय बनाए रखने के लिए दो एकीकृत कंट्रोल रूम व कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा।

-आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के लिए 10000 सीट की क्षमता वाला गंगा पंडाल बनाया जाएगा

मेला में तीस हजार यात्रियों के लिए प्रतिदिन निवास की व्यवस्था की जाएगी।