- कॉलेजों की फीस निर्धारित करेगा शासन

- बीटेक व मैनेजमेंट कोर्सेस में अब निर्धारित फीस ही लेंगे कॉलेज

- नए सेशन से लागू हो सकती हैं नई फीस दरें

LUCKNOW : डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) से एफिलेएटेड सभी इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज अब स्टूडेंट्स से मनमाफिक फीस नहीं वसूल कर सकेंगे। लगातार कॉलेजों की ओर से आ रही अवैध फीस वसूली को रोकने के लिए अब नए सेशन से शासन और यूनिवर्सिटी नया कदम उठाने जा रही है। इसके तहत अब शासन की ओर से कॉलेजों के फीस के मानक तय होंगे। इससे स्टूडेंट्स को मनमानी फीस से राहत मिलेगी। नए सेशन से यह व्यवस्था सभी कॉलेजों पर लागू कर दी जाएगी।

भ्भ् हजार रुपए हो सकती है बीटेक की फीस

शासन की प्रवेश और फीस नियमन समिति इस बाबत निर्णय लागू करने जा रही है। इसको लेकर जल्द ही प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी जाएगी। समिति का फैसला लागू होने के बाद अब इंजीनियरिंग के विभिन्न कोर्सेस में भ्भ् हजार रुपए, वहीं एमटेक व दूसरे मास्टर कोर्सेस में भ्8 हजार रुपए फीस निर्धारित की जा सकती है। समिति की ओर से निर्धारित इस मानक फीस पर कॉलेजों की सहमति होने पर स्टूडेंट्स को नये सेशन से राहत मिलेगी। वहीं इस प्रस्ताव के तहत अगर कोई कॉलेज तय फीस को लेकर संतुष्ट नहीं होता है, तो वह इसकी शिकायत दर्ज करा सकता है। इसके बाद शासन कॉलेज में मौजूद इंफ्रास्ट्रक्चर और उसके खर्चो के हिसाब से फीस तय करेगा।

कॉलेजों को भेजना होगा प्रस्ताव

शासन की प्रवेश और फीस नियमन समिति के निर्णय पर सहमति के लिए कॉलेजों के पास फ्क् जनवरी तक का समय है। शासन की ओर से तय की जाने वाले फीस यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध सभी म्क्0 कॉलेजों पर लागू होगी। नए सेशन में एडमिशन के लिए एसईई में शामिल होने के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। काउंसिलिंग से पहले शासन सभी कॉलेजों की फीस तय करने जा रही है। सहमति के लिए समिति की ओर से निर्धारित अंतिम तिथि तक बड़ी संख्या में कॉलेजों की ओर से सहमति प्रदान करने की उम्मीद है। इसके लिए शासन की प्रवेश और फीस नियमन समिति ने कॉलेजों को पत्र के माध्यम से सूचित िकया है।

समिति की ओर से प्रस्तावित नई फीस की दरें

कोर्स फीस (रुपए)

बीटेक, बीऑर्क, बीफॉर्मा, बीएफएडी भ्भ् हजार

बीएचएमसीटी कोर्स 7फ् हजार

एमबीए, एमसीए, एमटेक ए एमफॉर्मा, एमआर्च भ्8 हजार

तीन वर्षीय डिप्लोमा फ्0 हजार

एक व दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स ख्क्भ्00 हजार

फीस को लेकर जतायी नाराजगी

शासन की ओर से फीस निर्धारित करने के प्रस्ताव से एकेटीयू के कई कॉलेजों में नाराजगी। है। कॉलेजों ने यूनिवर्सिटी को इस सम्बन्ध में अपनी नाराजगी दर्ज कराते हुए कहा है कि इतनी फीस में उनका खर्चा चलाना मुश्किल हो जाएगा। यूनिवर्सिटी ने ऐसे सभी कॉलेजों से उनके अपने खर्चे का पूरा ब्यौरा व फीस की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि उसे नियमन समिति को भेजा जा सके। जहां पर समिति कॉलेजों की जानकारी की जांच के बाद कॉलेज के खर्चे के हिसाब से फीस का निर्धारण करेगी।

शासन की नियमन समिति की ओर से फीस पर सुझाव मांगा गया है। जिस पर कॉलेजों को अपना प्रस्ताव भेजना है। जिसके बाद ही फीस तय की जाएगी।

पवन गंगवार, रजिस्ट्रार, एकेटीयू