कानपुर। बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी केंद्र में अब लो प्रेशर बना है। आगामी 6 नवंबर तक लो प्रशेर का असर रहने की संभावना है इसके बाद इसके तेजी से आगे बढ़ेगा। इसके बाद यह 6 से 8 नवंबर के बीच पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ जाएगा। इससे दक्षिण प्रायद्विपीय भारत के कुछ इलाके बारिश से सराबोर रहेंगे। 6 से 8 नवंबर के बीच दक्षिण तमिलानाडु और दक्षिण केरल में भारी बारिश होगी।  

6 नवंबर से पहले लौट आएं मछुआरे

भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पश्चिम में और आसपास के भूमध्यवर्ती हिंद महासागर में हवाएं करीब 50 किमी प्रति घंटे की गति में चलेंगी।वहीं मन्नार की खाड़ी के कुछ इलाके भी इससे प्रभावित रहेंगे। ऐसे में वैज्ञािनकों ने सलाह जारी कि है कि जो मछुआरे दक्षिण पश्चिम खाड़ी और मन्नार खाड़ी के आस-पास व गहरे समुद्री इलाकों में गए हैं वे  6 नवंबर से पहले लौट आएं।

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का प्रभाव दिख रहा

वहीं उत्तर भारत में जम्मू और उसके आसपास के इलाकों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का प्रभाव दिख रहा है। इसकी वजह से आज हरियाणा और पश्चिमी उत्तर में हवाएं काफी तेज चलेंगी। वहीं अब पूर्वोत्तर में बीते कई दिनों कोहरे का असर बना है। आज भी असम, मेघालय और नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कोहरा छाया रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक वहीं अगले चार से पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा।

 

National News inextlive from India News Desk