आम बात है

रिलीजिअस ओकेजन पर मंदिरों में भक्तों का जुटना आम बात है। मगर, जरा सी चूक या लापरवाही भक्तों के लिए मुसीबत का सबब बन जाती है। पिछले साल पुलिस और प्रशासनिक ऑफिसर्स की लापरवाही का ही नतीजा था, जब पनकी मंदिर और बाराह देवी मंदिर में भगदड़ मचने से कई भक्त घायल हो गये थे। इस बार प्रशासन कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है। मंदिरों में सुरक्षा-व्यवस्था के खास इंतजाम किये गये हैं। दर्शन के लिए एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर अलग-अलग बैरीकेडिंग लगवाई गई हैं। क्रिमिनल्स पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगवाये गये हैं। सिविल ड्रेस में तैनात पुलिसकर्मी ईव-टीजिंग की घटनाओं को रोकेंगे।

एक बार में 200 भक्त

एसीएम-1 योगेन्द्र कुमार ने बताया कि अबकी बैरीकेडिंग की लंबाई बढ़वा दी गई है। भगदड़ न मचे, इसके लिए बारादेवी मंदिर में एक बार में 200 भक्त ही प्रवेश कर सकेंगे। एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने बताया कि तपेश्वरी मंदिर में महिलाओं की सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किये गये हैं। सिविल ड्रेस में महिला पुलिसकर्मी कुछ-कुछ दूरी पर तैनात रहेंगी। वैभव-लक्ष्मी मंदिर में भी बैरीकेडिंग लगवाकर लाइन से भक्तों को एंट्री दी जाएगी। मंदिरों में आने वाली भीड़ के हिसाब से मजिस्ट्रेट्स की ड्यूटी लगाई गई है। बाराह देवी, तपेश्वरी देवी, छिन्नमस्ता देवी, काली मठिया, बंगाली मोहाल, चंद्रिका देवी मंदिर में दो-दो मजिस्ट्रेट ड्यूटी पर रहेंगे।

नवरात्रि कलश स्थापना मुहूर्त  

धर्म सिंधु के अनुसार सूर्योदय व्यापिनी प्रतिपदा को ही नवरात्रि का आरंभ माना जाता है। पंडित आदित्य पांडे के अनुसार चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को 11 अप्रैल 2013 होगा। इस दिन कलश स्थापना के निम्न मुहूर्त हैं -

प्रात: काल - सुबह 5.42 बजे से लेकर सुबह 8.12 बजे तक।

अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 11.33 बजे से 12.23 बजे तक।

(नोट : उपरोक्त समय में कलश स्थापना करना शुभ होगा। इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिनों तक चलेगी.)

19 को बंटेगा खजाना

वैभव-लक्ष्मी मंदिर के पुजारी अनूप कपूर ने बताया कि अबकी मंदिर में 251 किलो की अखंड ज्योति जलेगी। 19 अप्रैल को खजाना बांटा जाएगा। इस दिन करीब एक लाख भक्तों को सुबह से लेकर रात तक श्रद्धालुओंं को खजाना वितरित किया जाता है।

तीन दिन विशाल आरती

बंगाली मोहाल के पुजारी आकाश बैनर्जी ने बताया कि सप्तमी, अष्टमी और नवमी तीन दिनों तक मंदिर में विशाल आरती होगी। नवरात्रि में दिन में दो बार मां की आरती होती और भक्तों की भीड़ की वजह से मैक्जिमम आधे-पौन घंटे के लिए ही मंदिर के पट बंद होते हैं।