-नशे में धुत टीटी ने लॉ स्टूडेंट पर किए थे जबर्दस्त वार

-शराब के नशे में पहले भी हो चुकी हैं जघन्य घटनाएं

ALLAHABAD: पुरानी कहावत है, 'नशा नाश का जड़ है भाई, फल इसका अतिशय दुखदाई.' यह कहावत एक बार फिर चरितार्थ हुई है दिलीप हत्याकांड में। इस मामले में मुख्य आरोपी टीटीई विजय शंकर ने पकड़े जाने के बाद कुबूल किया कि नशे में धुत होने के कारण उसके हाथ से ये घटना हो गई। नशे के चलते पहले भी शहर में कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं

10 अक्टूबर 2014

औद्योगिक क्षेत्र थाना इलाके के रामपुर खास गांव में विजय शंकर उर्फ बबलू नाम के व्यक्ति ने शराब के लिए पैसा न मिलने पर नशे में धुत होकर अपने पिता के सीने पर बंदूक तान दिया था। छोटा भाई रमाशंकर बचाव करने आया तो विजय शंकर ने उसे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।

7 जून 2015

जॉर्जटाउन के हाशिमपुर रोड पर रहने वाले बिजली मिस्त्री अमरदीप उर्फ गोल्डी ने शराब के नशे में धुत होकर मां, बेटी और भांजे के सामने खुद को गोली मार ली थी। गोली मारने से पहले वह कह रहा था कि उसकी उम्र लंबी है, उसे कुछ नहीं हो सकता।

26 मई 2016

कोतवाली के एक मॉडल शॉप में शराब पीने के दौरान हुए विवाद में मनोज नाम के युवक ने अपने साथी सत्य प्रकाश के सिर पर पत्थर मार दिया था। खिसियाए सत्यप्रकाश ने पिस्टल निकालकर गोली चला दी थी। गोली मनोज के पेट में लगी और वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा था।

7 दिसंबर 2016

सिविल लाइंस सुभाष चौराहा स्थित रेस्टोरेंट शराब के नशे में धुत होकर पहुंचे युवकों ने हंगामा मचाया था। रेस्टोरेंट और बार में शराब पीने और खाने को लेकर उन युवकों का वेटर से झगड़ा हो गया था। जिसके बाद तोड़फोड़ के साथ ही मारपीट की थी।

14 मई 2016

अल्लापुर के तिलक नगर में तेरह वर्ष की लड़की को अगवा कर नशे में धुत युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया था। गैंगरेप के बाद पहचाने जाने के डर से चाकू से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। वारदात को अंजाम देने वाले युवक शराब व स्मैक के नशे में धुत थे।

25 अक्टूबर 2016

सिविल लाइंस स्थित एक इंग्लिश मॉडल शॉप में नशे में टल्ली रसूलाबाद की रहने वाली एक महिला ने जमकर हंगामा किया था। उसके पैर लड़खड़ा रहे थे और और वह लोगों को गालियां दे रही थी।

27 जून 2017

तत्कालीन ट्रांसपोर्टनगर चौकी इंचार्ज ने शराब के नशे में धुत होकर पेट्रोल पंप पर फ्री में पेट्रोल भरवाने की कोशिश की थी। दरोगा की दबंगई के कारण पेट्रोल पंप पर हंगामा खड़ा हो गया था। अपनी पिस्टल हवा में लहराते हुए दरोगा ने पेट्रोल पंपकर्मियों को आतंकित किया था। बाद में सस्पेंड हुआ।

19 जून 2017

शराब के नशे में धुत होकर एक पिता ने रिश्तों की मर्यादा तार-तार करते हुए बेटी की ही अस्मत लूट ली। मां के विरोध पर मां-बेटी को पीटकर अधमरा कर दिया था। बेटी को एक सप्ताह तक कमरे में बंधक बनाकर उससे रेप करता रहा। घर से किसी तरह भाग कर थाने पहुंची बेटी ने पुलिस को घटना की जानकारी दी थी।

2 जून 2017

सिविल लाइंस एरिया में सरोजनी नायडू मार्ग पर पत्नी के साथ कार से निकले एडीए और पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार व रिटायर्ड डीआईजी स्टांप त्रिलोचन ंिसंह के बेटे धीरज सिंह की गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस घटना को भी नशे में धुत दो युवकों ने अंजाम दिया था, जो कार लेकर जाना चाहते थे। लेकिन धीरज की पत्नी के शोर मचाने और धीरज के विरोध करने पर उसे गोली मार दी थी।

10 मई 2017

शराब के नशे में धुत एक कंटेनर ड्राइवर ने बैंक रॉड कर्नलगंज स्थित नो एंट्री जोन में तेज रफ्तार कंटेनर दौड़ा दी थी। बोलेरो, एक इंडिका और 3 बाइक समेत कई गाडि़यों को टक्कर मारी थी। बोलेरो में सवार 4 लोग घायल हुए थे।

शराब एक सामाजिक बुराई है। लेकिन वर्तमान दौर में ये स्टेटस सिंबल बन चुका है। लोगों को अवेयर होना होगा। जब नशा चढ़ जाता है तो लोगों की सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो जाती है।

-प्रो। ए सत्यनारायण, समाजशास्त्री