मेला स्थल से पांच किमी के दायरे में बनाई जाएंगे पार्किंग स्थल

शटल बसों के साथ ही ई रिक्शा और सीएनजी रिक्शा की होगी व्यवस्था

ALLAHABAD: यूनेस्को द्वारा कुंभ मेला को सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किए जाने के बाद अगले वर्ष लगने जा रहे कुंभ मेला को दिव्य बनाने के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। मेला प्रशासन ने कुंभ के दौरान बारह करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई है तो उन सभी को बिना किसी परेशानी के स्नान की सुविधा देने के लिए पुख्ता तैयारियां की जा ही हैं। यही वजह है कि मेला प्रशासन ने मेला क्षेत्र से पांच किमी के दायरे में पार्किंग स्थल बनाने का निर्णय लिया है। यही नहीं श्रद्धालुओं को मेला में पहुंचाने के लिए शटल बसों के साथ ही ई रिक्शा व सीएनजी रिक्शा भी चलाया जाएगा।

रिक्शा की भी मिलेगी सुविधा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कुंभ के कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की थी। उन्होंने निर्देश दिया था कि श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में कम से कम पैदल चलने की व्यवस्था की जाए। इसके बाद मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र तक आसानी से पहुंचाने के लिए ई रिक्शा व सीएनजी रिक्शा चलाने की योजना बनाई है। एक हजार शटल बसों को चलाने की जिम्मेदारी उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के इलाहाबाद परिक्षेत्र के रीजनल मैनेजर को एक महीने पहले ही सौंपी गई थी।

प्राधिकरण करेगा रुट निर्धारण

पार्किंग स्थलों से मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए किन-किन रुट का इस्तेमाल किया जाएगा और कहां-कहां स्टापेज बनाया जाएगा। श्रद्धालुओं से शुल्क लेना है या नहीं लेना है, इसका निर्धारण प्रयागराज मेला प्राधिकरण करेगा। अधिकारियों की मानें तो शटल बसों की सुविधा निशुल्क दी जा सकती है लेकिन अंतिम फैसला प्राधिकरण को ही लेना है।

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पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे कुंभ मेला के लिए शहर की चारों सीमाओं के अलावा शहर के भीतर

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लाख वाहन खड़ा करने की क्षमता होगी शहर की सीमा पर बनने वाली पार्किंग की

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मिनट के अंतराल पर पार्किंग स्थलों के बाहर से शटल बसें, ई रिक्शा व सीएनजी रिक्शा का संचालन मेला क्षेत्र तक किया जाएगा

कुंभ के दौरान ऐसी योजना बनाई जा रही है कि श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में पहुंचने के लिए कम से कम पैदल चलना पड़े। ताकि श्रद्धालुओं को स्नान में परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए पार्किंग स्थलों से ही शटल बस, ई रिक्शा व सीएनजी रिक्शा चलाए जाएंगे।

विजय किरण आनंद, कुंभ मेलाधिकारी