इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में दो हॉस्टलों के बीच हुए विवाद को लेकर पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन दोनों सुस्त

गणित विभाग में बवाल के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में गोलीबारी के साथ ही फोड़ा गया था बम

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बीते 09 अगस्त को हुए बवाल के मामले में अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। शुरू में तेजी दिखाते हुए पुलिस ने युवकों को चिन्हित करने की भी बात कही थी। समय बीतने के साथ पुलिस भी सुस्त पड़ गई है। विवि प्रशासन भी पुलिस की कार्रवाई के भरोसे बैठा है। जबकि न्यू एकेडमिक सेशन शुरू होने के बाद कैम्पस के भीतर की यह पहली बड़ी घटना थी। इसमें दो हॉस्टल के छात्र साइंस फैकेल्टी कैम्पस में आमने सामने आ गए थे। मामला इतना ज्यादा बढ़ा कि मौके पर पुलिस और आरएएफ पहुंचना पड़ा। पुलिस ने अज्ञात में एफआईआर दर्ज करके अपना कोरम पूरा कर लिया था।

सेशन शुरू होने के बाद पहला बवाल

- साइंस फैकेल्टी कैम्पस में हिन्दू हास्टल और पीसीबी हास्टल के अन्त:वासियों के बीच गणित विभाग में मारपीट हो गई

- एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के लड़कों को जमकर पीटा

- लड़कों के हाथ में लाठी, डंडा, हाकी, स्टील का राड आदि था

- मारपीट में शामिल लड़कों के मुंह पर रूमाल बंधा हुआ था

- लड़कों ने दहशत फैलाने के लिए हवा में गोलियां चलाई और बम भी पटका

- जानकारों का कहना था कि घटना किसी लड़की को लेकर हुई थी

- हालांकि, विवि प्रशासन इसे वर्चस्व की लड़ाई बता रहा था

पुलिस ने अज्ञात में एफआईआर दर्ज की। इसके बाद लड़कों को चिन्हित किया। पुलिस की ओर से आगे की कोई कार्रवाई हो तो हम भी कुछ एक्शन लें। मेरे पास कोई नामजद शिकायत लेकर भी नहीं आया।

प्रो। आरएस दुबे, चीफ प्रॉक्टर

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अगस्त को दो छात्र गुटों में मारपीट के बाद हुआ था बवाल

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हॉस्टलों के अंत:वासी बवाल के बाद आ गए थे आमने-सामने