राजदूत आ रहे हैं, बंगला छोड़ने की मोहलत चाहिए

- पूर्व मंत्री अम्मार रिजवी ने राज्य संपत्ति अधिकारी को भेजा पत्र

- हाईकोर्ट के निर्देश पर पुलिस की मदद से खाली होना था बंगला

- सपा सरकार में दिया गया था अम्मार रिजवी को सरकारी बंगला

LUCKNOW :

पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की तरह पूर्व मंत्री अम्मार रिजवी ने भी अपना बंगला खाली करने के लिए राज्य सरकार से मोहलत मांगी है। राज्य संपत्ति अधिकारी को भेजे अपने पत्र में उन्होंने फिलहाल बंगला खाली करने की असमर्थता जताई है। इसकी वजह उन्होंने अमेरिका के राजदूत के आगमन को बताया है। ध्यान रहे कि पहले यह बंगला अम्मार रिजवी की पत्‍‌नी जाकिया रिजवी के नाम से आवंटित था जिसे बाद में ट्रस्ट के नाम आवंटित कर दिया गया था। इसे खाली कराने के निर्देश हाईकोर्ट ने दिये हैं। गुरुवार को इस बंगले को बलपूर्वक खाली कराने के लिए पुलिस का बंदोबस्त भी किया गया था पर सुबह ही अम्मार रिजवी ने राज्य संपत्ति अधिकारी को पत्र भेजकर कुछ दिनों की मोहलत मांग ली।

ट्रस्ट के नाम है बंगला

दरअसल 11, गौतमपल्ली स्थित सरकारी बंगले को सपा सरकार में अवध ग्रामीण कृषक सेवा समिति के नाम आवंटित किया गया था। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रस्ट, समितियों व पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम आवंटित सरकारी बंगलों को खाली कराने का आदेश आने के बाद इस बंगले को खाली कराने की नोटिस भी जारी की गयी थी। यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंचा जहां उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य संपत्ति ने इस बंगले को खाली कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली थी। सूत्रों की मानें तो जल्द ही कई अन्य ट्रस्टों और समितियों के नाम आवंटित बंगलों को भी खाली कराने की रणनीति बनाई जा रही है।

शिवपाल के बाद कार्यकर्ता भी आए आगे

वहीं दूसरी ओर मुलायम और अखिलेश को अपने घर में रहने की पेशकश कर चुके सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव की तर्ज पर सपा कार्यकर्ता भी आगे आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने अखिलेश यादव को अपना घर देने की पेशकश की है। फिलहाल मुलायम और अखिलेश ने अपना बंगला खाली नहीं किया है। दोनों ने राज्य संपत्ति अधिकारी को पत्र भेजकर दो साल की मोहलत मांगी है।