JAMSHEDPUR: एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएट की सीटों की मान्यता हासिल करने के लिए एमजीएम अस्पताल को एमसीआइ (मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया) के मापदंडों पर खरा उतारने की कवायद शुरू हो गई है। इसे लेकर एनेस्थीसिया को आधुनिक तकनीक से लैस किया जा रहा है। साथ ही रेडियोलॉजी में और यंत्र खरीदे जाएंगे। इसे लेकर एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ। एसएन झा ने दोनों विभागों के हेड के साथ बैठक की। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 11 सब्जेक्ट की 57 सीटों पर पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई शुरू करने के लिए एमसीआइ को मान्यता का आवेदन दिया गया है। इसी को लेकर एमसीआइ की टीम कई बार एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल का जायजा ले चुकी है। एमसीआइ की टीम ने एनेस्थीसिया में पुरानी तकनीक का इस्तेमाल करने और रेडियोलॉजी में जरूरत के हिसाब से मशीनें नहीं होने की बात उठाई थी। इसी को लेकर इन विभागों को एमसीआइ के मापदंड पर खरा उतारने के लिए मशीनों की खरीद होगी। इसके लिए एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ। एसएन झा ने क्रय समिति की बैठक की। एनेस्थीसिया में अभी ब्वाएल्स मशीन आपरेटर के जरिए ऑपरेशन से पहले मरीजों को बेहोश किया जाता है। अब तक यहां 20वीं सदी की तकनीक का इस्तेमाल होता था। इसके तहत ब्वाएल्स आपरेटर का प्रयोग किया जाता था। अब यहां नई आधुनिक तकनीक वर्क स्टेशन लगाया जाएगा। इसे लेकर एनेस्थीसिया के डॉक्टरों के साथ अस्पताल अधीक्षक ने बैठक की। इसके अलावा, रेडियोलॉजी में दो एक्सरे मशीनें खरीदी जानी हैं। साथ ही यहां एक सीटी स्कैन खरीदी जाएगी। अस्पताल के उप अधीक्षक डॉ। नकुल चौधरी ने बताया कि एनेस्थीसिया और रेडियोलॉजी में खरीद का टेंडर दो दिन में निकाल दिया जाएगा।