- किशोरी को सुभाषनगर सुधार गृह भेजा गया
BAREILLY:
मां की डांट से नाराज एक किशोरी घर छोड़ कर वेडनसडे को बिहार से बरेली जंक्शन पहुंच गई, जिसके पास एक बैग, 9 सौ रुपए और एक साधारण मोबाइल था। जीआरपी ने शक होने पर किशोरी से पूछताछ शुरू कर दी। किशोरी ने आपबीती जीआरपी को बताई। जिसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन ने किशोरी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जहां से उसे सुभाषनगर सुधार गृह भेज दिया गया।
कोचिंग करने घर से निकली
बिहार थाना भगवानपुर ग्राम सारंगी निवासी नवीन कुमार साह की 16 वर्षीय बेटी निशा कुमारी ने बताया कि मां छोटी-छोटी बातों के लिए डांट देती थी, जिससे नाराज होकर घर छोड़ दिया। निशा कोचिंग पढ़ने जाने के बहाने ट्यूजडे सुबह घर से निकली थी। वह श्रमजीवी एक्सप्रेस पकड़ कर बिहार से लखनऊ आ गई। रात में लखनऊ पहुंची। उसके बाद चंडीगढ़ एक्सप्रेस पकड़ कर बरेली जंक्शन पहुंच गई।
मां ने जीआरपी को फोन कर बताया
इस बीच निशा के मोबाइल पर मां रूबी का फोन आ गया। तो निशा ने बरेली होना बताया। रूबी ने जीआरपी को फोन कर पूरी बात बता दी। जीआरपी इंस्पेक्टर विजय कुमार ने अपनी टीम के साथ निशा को पकड़ लिया और थाने ले आई। पूछताछ में निशा ने पूरी सच्चाई जीआरपी को बताई।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बच्चों के एग्रेसिव नेचर के कारण पेरेंट्स तनाव में रहते हैं। वह समझ नहीं पाते हैं कि बच्चे के गुस्से को कैसे कंट्रोल करें। पेरेंट्स के एग्रेसिव होने से बच्चे का गुस्सा और बढ़ जाता है। पेरेंट्स को चाहिए कि कूल रहें और बच्चों को समझने की कोशिश करें।
सुविधा शर्मा साइकोलॉजिस्ट
बॉक्स
- एनजीओ की सहायता लें।
- पेरेंट्स बच्चों से प्रॉपर संबंध बनाएं रखे।
- ओवरवॉच रखें।
- बेवजह रोकटोक न करें।
- अच्छे कार्य की सराहना करें।
- खुला माहौल देने का प्रयास करें।
- पेरेंट्स आपसी झगड़े से बचे।
किशोरी ने बताया कि वह मां की डांट से नाराज होकर आई है। जिसे चाइल्ड हेल्प लाइन की मदद से सुधार गृह भेज दिया गया है।
विजय कुमार, इंस्पेक्टर, जीआरपी जंक्शन