-शहर की मलिन बस्तियों में दीदी के नाम से मशहूर अंजली केशरी ने शिक्षित करने का लिया संकल्प

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PRAYAGRAJ: अंधेरे की बातें करने से बेहतर है एक छोटा सा दीप जलाएं। इस ध्येय वाक्य को अपने जीवन का लक्ष्य बनाकर केन्द्रीय विद्यालय न्यू कैंट की शिक्षिका अंजली केशरी ने शहर की मलिन बस्तियों में रहने वाली बच्चियों को शिक्षित करने का संकल्प लिया है। अंजली विशाल संस्था के जरिए पिछले तीन साल से गरीब बच्चियों को शिक्षित करने में लगी हैं। इसका नतीजा है कि आज हर कोई उन्हें दीदी नाम से पुकारता है।

27 बच्चियों का चार महीने में कराया दाखिला

शहर के मिंटो पार्क, गऊघाट और रामबाग जैसी मलिन बस्तियों में रहकर किसी तरह जीवन-यापन करने वाले 27 बच्चों के जीवन में यह संस्था शिक्षा का उजाला फैला रही है। जुलाई से लेकर अक्टूबर महीने के बीच अंजली केशरी की अगुवाई में संस्था के सदस्यों ने प्राइमरी स्कूलों में अपने खर्चे पर दाखिला दिलाया। इसके अलावा इंटर पास एक लड़की की आगे की पढ़ाई के लिए बीए प्रथम वर्ष में एडमिशन कराया। इतना ही नहीं संस्था ने निर्णय भी लिया है कि इनमें से जिसे भी आगे तक पढ़ाई करनी है संस्था हर कदम पर आर्थिक सहायता प्रदान करती रहेगी।

एक साल तक राशन की व्यवस्था

धनतेरस के दिन आर्थिक तंगी से जूझ रहे हटिया चौराहे व भारती भवन के पास रहने वाले छह परिवार को संस्था की ओर से गोद लेकर एक साल तक राशन देने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए संस्था के सक्रिय सदस्यों की ओर से हर महीने राशि एकत्र की जाएगी। खास बात है कि संस्था में केन्द्रीय विद्यालय की दो शिक्षिकाएं और तीन बिजनेसमैन ऐसे हैं जो तीन साल से लगातार सहायता राशि एकत्र करते आ रहे हैं।

संस्था में सौ सदस्य हैं। एक दर्जन सदस्य आर्थिक सहयोग करते हैं बाकि सदस्य शहर में घूम-घूमकर ऐसे लोगों को चिन्हित करते हैं जिनके जीवन में संस्था को उजाला फैलाना है।

-अंजली केशरी