- कमेटी के समक्ष 56 इंस्पेक्टर का चला इंटरव्यू, पुलिसिंग से संबंधित पूछे गए सवाल

LUCKNOW :

दरोगा से प्रमोट हुए इंस्पेक्टर्स को नई जिम्मेदारी सौंपने से पहले एसएसपी ने उनकी कार्यक्षमता और बुद्धिमता का आंकलन करने के लिए इंटरव्यू लिया। शुक्रवार को एसएसपी कमांड ऑफिस में प्रमोट हुए 56 इंस्पेक्टर्स ने एसएसपी की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी के समक्ष प्रस्तुत होकर उनके सवालों का जवाब दिया। हर इंस्पेक्टर से करीब पांच सवाल पूछे गए जो कि पुलिसिंग और थाने के चार्ज से संबंधित थे। इसके अलावा उनके कैरेक्टर रोल को भी चेक किया गया। इस दौरान कमेटी के सामने नर्वस होने वाले इंस्पेक्टर्स को एसएसपी ने मोटिवेट किया और फ्रैंडली करने के लिए उन्हें टॉफी भी खिलाई।

कमेटी के सामने किए सवाल जबाव

एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि सभी इंस्पेक्टर कीक्षमता को परखने के लिए उनकी अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई। कमेटी के मेम्बर एसपी नार्थ अनुराग वत्स, एसपी रूरल गौरव ग्रोवर, सीओ एलआईयू राधे श्याम राय और सीओ ऑफिस भी मौजूद रहे। शुक्रवार को शहर और रूरल थानों में तैनात दरोगा से प्रमोट हुए 56 इंस्पेक्टर का इंटरव्यू किया गया।

इंटरव्यू मे पूछे गए यह सवाल

सवाल नंबर एक

एसएसपी - रजिस्टर नंबर 8 में कितने पार्ट होते हैं और किन-किन पार्ट में क्या दर्ज किया जाता है?

सवाल नंबर दो-

एसएसपी - रजिस्टर नंबर 4 क्या होता है और उसका प्रयोग कब होता है?

सवाल नंबर तीन-

एसपी रूरल - किसी को 1077/16 में पाबंद किया गया और वह दोबारा विवाद करता है तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी?

सवाल नंबर चार-

एसपी नार्थ - दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद हुआ है। थाना प्रभारी को तत्काल क्या कार्रवाई करनी चाहिए?

सवाल नंबर पांच-

एसएसपी- किसी जमीन पर 20 से 30 लोग कब्जा कर रहे हैं। पुलिस को तत्काल क्या कार्रवाई करनी चाहिए?

इंस्पेक्टर बदलते रहे और सवाल भी

कमेटी के सामने हर इंस्पेक्टर को तीन से चार मिनट का समय दिया गया। हर बार सवाल बदलते रहे। कभी लॉ एंड आर्डर से जुड़े सवाल तो कभी क्राइम कंट्रोल से। इसके अलावा साइबर क्राइम पर भी कमेटी मेम्बर्स ने एक के बाद एक सवाल दागे। हालांकि इसका रिजल्ट तत्काल नहीं बताया गया। हर इंस्पेक्टर को नंबर दिए गए और उसी नंबर से उन्हें फेल और पास किया जाएगा। पास होने वाले इंस्पेक्टर को चार्ज भी दिया जाएगा।