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कुंभ के दौरान डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा की पुख्ता तैयारी
राउंड द क्लाक चलेगी डयूटी, पुलिस के साथ गोताखोर और डाक्टर भी रहेंगे मौजूद
ajeet.singh@inext.co.in
PRAYAGRAJ: कुंभ में आने वाले लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर मेला पुलिस ने थल के साथ जल एरिया में भी कड़ी निगरानी का खाका तैयार किया है। तैयारी है कि कुल 19 कंट्रोल रूम जेटी बोट पर स्थापित किये जाएंगे। इसमें सुरक्षा कर्मियों के साथ डॉक्टर, जल पुलिसकर्मी और गोताखोर को भी रखा जाय। इसकी पूरी कार्य योजना तैयार हो चुकी है और एप्रूवल भी प्राप्त हो चुका है। कुछ ही दिनो के भीतर जेटी बोट पर कंट्रोल रूम में लिए रिक्वायर्ड इक्विपमेंट्स का इंतेजाम भी कर लिया जाएगा। यानी स्नान के दौरान कुछ भी गड़बड़ी हो तो उसे तत्काल मैनेज कर लिया जाय।
कंट्रोल रूम की व्यवस्था
किसी आपात स्थिति से निबटने के लिए तीन हाईटेक कंट्रोल रूम स्थापित किये जाएंगे।
एक संगम नोज, दूसरा अरैल व तीसरा झूंसी की तरफ गंगा नदी पर स्थापित होगा।
ये सभी जेटी पर बनाए जाएंगे। यह प्लास्टिक का होता है और पानी पर तैरता रहता है।
इस पर एक इंस्पेक्टर, पांच पुरुष व चार महिला पुलिसकर्मी तैनात होगी।
एक डॉक्टर व जल पुलिसकर्मी को भी तैनात किया जायेगा ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति का सामाना आसानी से किया जा सके।
कंट्रोल रूम में हाई मास्क स्ट्रीट लाइट होगी। जिसकी रोशनी तकरीबन सौ मीटर होगी।
इसके जरिए नदी में भोर या फिर शाम के वक्त स्नान करने वालों पर रखी जा सकेगी।
एक एलाउंसर होगा, जिसका काम सिर्फ श्रद्धालुओं को समय समय पर सर्तक करना है।
कंट्रोल रूम में सभी कर्मचारी वायरलेस सिस्टम से लैस होंगे
03
हाइ टेक कंट्रोल रूम होंगे कुंभ मेला एरिया में
16
सब कंट्रोल रूम होंगे जो नदी के बीच नाव पर स्थापित होंगे
24
घंटे मेन कंट्रोल से कनेक्ट रहेंगे सब कंट्रोल रूम
150
मीटर होगी एक कंट्रोल रूम से दूसरे के बीच की दूरी
03
दरोगा की तैनाती होगी सब कंट्रोल रूम पर
03
महिला व इतने ही पुरुष पुलिसकर्मी तैनात होंगे सब कंट्रोल रूम में
01
गोताखोर की तैनाती होगी प्रत्येक सब कंट्रोल रूम में
प्रमुख स्नान पर्व
15 जनवरी मकर संक्राति
21 जनवरी पौष पूर्णिमा
04 फरवरी मौनी अमावस्या
10 फरवरी बंसत पंचमी
19 फरवरी माघी पूर्णिमा
04 मार्च महाशिवरात्रि
तीन हाईटेक व 16 सब कंट्रोल रूम नदी में स्थापित किए जाएंगे। ये सभी मुख्य कंट्रोल रूम से जुडे़ होंगे। इन पर तैनात कर्मचारी स्नान करने वालों पर नजर रखेंगे। ताकि कोई हादसा होने पर फौरन श्रद्धालुओं को बचाया जा सके।
-नीरज पाण्डेय,
एएसपी कुंभ मेला