-अगले माह से और मंहगा हो जाएगा खून

-आईएमए ब्लड बैंक में 800 के बजाए एक यूनिट का देना होगा एक हजार

-आईएमए में अगले माह से एक हजार में एक यूनिट ब्लड

अगर आपका कोई पेशेंट प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट है और उन्हे ब्लड की जरुरत है तो इसके लिए अब आपको अपनी जेब और ढीली करनी होगी। क्यों कि अब ब्लड एक्सचेंज करने के लिए पहले से ज्यादा रकम अदा करना होगा। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के ब्लड बैंक में एक जून से ब्लड की कीमत बढ़ाने जा रही है। अभी तक जो खून 800 रुपये प्रति यूनिट मिल रही है वो अगले माह से 1000 प्रति यूनिट की दर से मिलेगा। बढ़ी कीमत के पीछे मरीजों को सेफ ब्लड देना बताया जा रहा है। अगर इस बढ़ी हुई कीमत से भी खर्च की भरपाई पूरी नहीं होती है तो आगे ब्लड का दाम और भी बढ़ाया जा सकता है।

सेफ ब्लड देने के लिए बढ़ रहा रेट

आईएमए पदाधिकारियों की माने तो ब्लड के दाम बढ़ाने का मकसद जरुरतमंदों को सेफ ब्लड प्रोवाइड कराना है। वर्तमान में ब्लड संबंधी इंफेक्शन की जांच के लिए प्रयुक्त होने वाला एलाइजा (एंजाइम लिंक्ड इम्यूनोसॉबर्ेंट एसे) टेस्ट नए संक्त्रमणों को जांचने में पूरी तरह से सक्षम नहीं है। गौरतलब है कि रक्तदाता के खून को किसी भी मरीज को चढ़ाने से पहले उस खून की कई जांचें की जाती हैं। इनमें एचआईवी और हेपेटाइटिस जैसी जांचें एलाइजा द्वारा की जाती हैं। यदि रक्तदाता का संक्त्रमण नया हो, तो वह इस जांच में सामने नहीं आ पाता। ऐसे में एलाइजा में नए संक्त्रमण का पता न चलने पर मरीजों में संक्त्रमित खून चढ़ जाने का खतरा रहता है।

नैट से होगी खून की जांच

ऐसे संक्रमण की जांच के लिए नैट (न्यूक्लिक एसिड टेस्ट) की जरुरत होती है, जिसकी सुविधा शहर में न तो आईएमए में है और न ही किसी अन्य हॉस्पिटल में। इसी समस्या के निदान और मरीजों को सेफ ब्लड देने के लिए आईएमए में नैट मशीन लगाने की कवायद की जा रही है। इस मशीन की कीमत करीब 2.5 से 3 करोड़ है। जिसे खरीदना आसान नहीं है। लिहाजा आईएमए ने इसे रेंट पर लेने का फैसला लिया है। हालांकि नैट से की जाने वाली जांच महंगी है। इसलिए ब्लड एक्सचेंज की कीमत में इजाफा किया जा रहा है। जहां एलाइजा टेस्ट की कीमत करीब 50 रुपए प्रति यूनिट है, वहीं नैट की कीमत करीब 400 रुपए प्रति टेस्ट है।

1-34 दिन तक के संक्रमण

वर्तमान में सभी सरकारी ब्लड बैंकों में एलाइजा टेस्ट ही किया जाता है। नैट शायद ही किसी हॉस्पिटल में किया जाता है। नैट द्वारा खून में मौजूद नए से नए संक्त्रमण का भी पता चलने के साथ खून में मौजूद वायरस की अल्प मात्रा का भी पता लग जाता है। इस टेस्ट में 1 से 34 दिन तक का संक्त्रमण भी सामने आ जाता है।

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उनके ब्लड बैंक में खून की कीमत प्राइवेट हॉस्पिटल में मरीजों से लिए जाने वाले शुल्क की तुलना में काफी कम है। ये सब आईएमए मरीजों को सेफ ब्लड देने के लिए कर रहा है। इसे के लिए नैट मशीन लगाने की बात हो रही है।

डॉ। अरविंद सिंह, अध्यक्ष आईएमए

ब्लड बैंक का स्टॉक- 1600 से 1700 यूनिट खून

प्रतिदिन सप्लाई- 100 से 125 यूनिट तक