-राजकीय महिला अस्पताल में मैटरनिटी विंग का काम तीन साल बाद भी नहीं हुआ पूरा

-पीएम मोदी को मार्च में करना था उद्घाटन

-हेरिटेज हॉस्पिटल को संचालित करना है मैटनिटी विंग

सिटी की प्रेगनेंट वूमेन के लिए राजकीय महिला अस्पताल में पीपीपी मॉडल पर बन रहे मैटरनिटी विंग का काम कब पूरा होगा यह किसी को नहीं पता. सुस्त निर्माण कार्य की वजह से सिर्फ तरीख पर तारीख ही मिल रही है. निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदार जहां धनराशि का रोना रो रहा है. वहीं अफसर कुछ कहने को तैयार नहीं है. जिस प्राइवेट हॉस्पिटल को इसे संचालित करना है, वह भी फिक्रमंद नहीं है. मार्च में इस विंग को पीएम मोदी को उद्घाटन करना था, लेकिन काम पूरा न होने की वजह से टाल दिया गया. अब काम खत्म करने की तिथि जून तय की गई है. इसके बाद हेरिटेज हॉस्पिटल को इसमें सेटअप तैयार करने में एक माह लगेंगे.

तीन साल पहले शुरू हुआ काम

प्रदेश सरकार की ओर से प्रेगनेंट वूमेन को नि:शुल्क प्राइवेट हॉस्पिटल जैसी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के मकसद से साल 2015 में मेटरनिटी विंग बनाने की शुरुआत हुई थी. इस विंग को तैयार करने के लिए कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी को दो साल का समय दिया गया था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते साढ़े तीन साल बीत जाने के बाद भी यह अब तक तैयार न हो सका. जबकि इसे तय समय पर तैयार करने के लिए डीएम से लेकर सीएम दबाव बना चुके है. ठेकेदारों का आरोप है कि पैसा समय से न मिलने से वर्कर भाग जाते है.

दो हिस्सों में हो रहा तैयार

हॉस्पिटल दो हिस्सों में तैयार हो रहा है. निर्माण कार्य शुरू होने से पहले फ्रंट साइड वाले हिस्से के लिए ही बॉण्ड पर साइन किया गया था. कुछ दिन बाद दूसरे हिस्से के लिए बॉण्ड साइन हुआ. इसकी वजह से काफी दिनों तक काम प्रभावित रहा. अधिकारियों के दबाव के बाद काम में थोड़ी तेजी भी आई है. शायद इसी का नतीजा है कि चार फ्लोर के इस इमारत का काम लगभग 75 फीसदी तक पूरा हुआ है. फिलहाल इंटीरियर और फिनिसिंग का काम हो रहा है.

इस प्रकरण में अब हम कुछ भी नहीं बोल सकते. सरकार इस इमारत को बनवा रही है, वही जाने इसके काम के बारे में.

आरपी कुशवाहा, एसआईसी

राजकीय महिला अस्पताल

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शासन का हस्तक्षेप न होने और जिला प्रशासन का दबाव न बनने से सिर्फ तारीख ही मिल रही है. इस बार जून में इमारत हैंडओवर होने को कहा गया है. अब देखना है कि यह भी संभव हो पाता है या नहीं.

अजय राय, पीआरओ, हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइसेज

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हमारा काम हॉस्पिटल का संचालन करना है. अब यह सरकार की जिम्मेदारी है बनती है कि वे हॉस्पिटल को हैंडओवर कराते हैं.

डॉ. पीके मिश्रा, मैटरनिटी विंग के प्रभारी, हेरिटेज हॉस्पिटल

एक नजर

20

करोड़ का है बजट मेटरनिटी विंग का

2015

में शुरू हुआ था काम

75

फीसदी काम हुआ पूरा

100

बेड का हैं महिला विंग