कन्या भ्रूण हत्या रोकने को सरकार लाई योजना, जन्म से लेकर शिक्षा तक की होगी व्यवस्था

अब यदि आपके घर बेटी पैदा होती है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि उसकी चिंता अब सरकार कर रही है. आप तो बस समय पर सरकार की योजनाएं पाने के लिए तय मानकों को पूरा करने की चिंता करें. सुमंगला योजना के तहत प्रदेश सरकार ने एक अप्रैल के बाद पैदा होने वाली बेटियों के जन्म से लेकर हॉयर एजूकेशन तक केयर करने का प्लान बनाया है. सरकार ये योजना कन्या भ्रूण हत्या रोकने और असमान लिंगानुपात में कमी के साथ बाल विवाह जैसी कुप्रथाओं को रोकने के उद्देश्य से ले आई है. इसके लिए प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग ने निर्देश जारी कर दिया है.

छह पार्ट में मिलेगा लाभ

2000

रुपए एकमुश्त बालिका के जन्म होते ही मिलेगा

1000

रुपए एकमुश्त बालिका को एक वर्ष तक सभी टीके लग जाने के बाद

2000

रुपए एकमुश्त बालिका के क्लास फ‌र्स्ट में प्रवेश के बाद

2000

रुपए एकमुश्त क्लास 6 में प्रवेश के बाद

3000

रुपए एकमुश्त क्लास-9 में प्रवेश के बाद

5000

रुपए एकमुश्त ऐसी बालिकाओं को जिन्होंने 12वीं पास कर स्नातक या दो वर्षीय अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो

किसको मिलेगा लाभ

- बालिका का जन्म 01 अप्रैल 2019 व इसके बाद संस्थागत अथवा प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा हुआ हो

- बालिका के जन्म से 6 माह में आवेदन किया जाना अनिवार्य है

- लाभार्थी उत्तर प्रदेश का निवासी हो

और पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम तीन लाख रुपये हो

- एक माता-पिता की सिर्फ दो बच्चियों को ही मिलेगा लाभ

- किसी महिला को दूसरी डिलीवरी में जुड़वा बच्चे हुए और पहली भी बेटी है तो तीनों होंगी योजना के लिए पात्र

लाभ पाने के लिए ये जरूरी

- बैंक खाता का पासबुक

- निवास प्रमाणपत्र

- फोटो पहचान पत्र

- आय प्रमाण पत्र

कैसे करें आवेदन

आवेदन फार्म खंड विकास अधिकारी, एसडीएम, जिला परिवीक्षा अधिकारी, कन्या सुमंगला पोर्टल से नि:शुल्क प्राप्त किए जा सकते हैं.

इन विभागों को जिम्मेदारी

सुमंगला योजना को क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं परिवार कल्याण, बाल विकास, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा समेत महिला कल्याण निदेशालय को पत्र जारी कर दी गई है.

इस संदर्भ में पत्र मिला है. सरकार की ओर से बेहतरीन पहल की गई है. इससे लिंगानुपात के रेशियो में सुधार आएगा. साथ ही बेटियों के प्रति लोगों की सोच भी बदलेगी.

डॉ. वीबी सिंह, सीएमओ